अगर किसान कम खर्च में ज़्यादा मुनाफ़ा कमाना चाहते हैं, तो आइए आपको एक ऐसे किसान के कमाल के तरीके के बारे में बताते हैं-
किसान का परिचय
हमारे देश में कई किसान ऐसे हैं जो मेहनत करके खर्च कम करते हैं और दिमाग का इस्तेमाल करके मुनाफ़ा बढ़ाते हैं, ऐसे ही एक किसान हैं रामपुर के रहने वाले होरीलाल, जो बरसात के मौसम में सब्ज़ियों की खेती करके अच्छी कमाई कर रहे हैं। वो खर्चे बहुत कम कर रहे हैं क्योंकि वो एक मेहनती किसान हैं, उन्होंने अपने दिमाग और समय का सही इस्तेमाल किया है और सही तरीके से खेती की है, जिससे फलों की गुणवत्ता अच्छी है, तो आइए आपको बताते हैं कि वो कौन सी सब्ज़ी उगाते हैं, जिससे चार बीघा ज़मीन से आसानी से ₹50,000 तक का मुनाफ़ा कमा सकते हैं।
सब्ज़ी का नाम और खेती का तरीका
बरसात के मौसम में कई तरह की सब्ज़ियों की खेती की जाती है, लेकिन किसान को वो फ़सलें लगानी चाहिए जो बारिश में भी अच्छी तरह उगती हैं, उत्पादन बढ़िया देती है। जिसमें किसान ने तुरई की खेती की है, बारिश से प्रभावित नहीं हो रही है और अच्छी पैदावार मिल रही है। सही तरीका यह है कि मचान विधि से तुरई की खेती की है। जिससे फलों की गुणवत्ता अच्छी है और पौधे अच्छी तरह बढ़ रहे हैं, कटाई भी आसान है।
जिसमें किसान ने संकर किस्म की तुरई लगाई है और हर दूसरे-तीसरे दिन फल तोड़ने के लिए उपलब्ध होता हैं और वे उसे नजदीकी बाजार में बेच देते हैं। फलों की अच्छी गुणवत्ता के कारण वे जल्दी बिक जाते हैं।
लागत और कमाई
खेती की लागत किसान पर निर्भर करती है, अगर किसान खुद मेहनत करे तो कुछ हद तक पैसे बचा सकता है, जिसमें होरीलाल सिर्फ़ बीज और खाद का खर्च जोड़ते हैं, उन्होंने बताया कि बीज में ₹400 का हाइब्रिड किस्म की तुरई लगाया है, इसके अलावा अन्य खर्च जोड़कर सिर्फ़ हज़ार रुपये लगते हैं और अभी की कमाई देखें तो 60 दिन में ही ₹35000 मिल गए हैं, आगे इसी फसल से तो दो गुना मुनाफ़ा हो सकता है, कमाई कितनी भी कम क्यों न हो, फिर भी ₹50000 तक मिल सकते हैं। किसान साल में 2 से 3 बार तोरई की खेती करके पैसे कमा सकते हैं। तोरई की बुवाई जुलाई में भी की जाती है।