कुंदरू की खेती किसान को मालामाल कर देती है, 12 महीने उत्पादन देकर पैसों से तिजोरी भर देती है, जानिए कैसे करें खेती

On: Wednesday, October 22, 2025 12:03 PM
कुंदरू की खेती में उत्पादन और कमाई

कुंदरू की खेती किसानों के लिए मुनाफ़े का सौदा है। कम लागत में इससे अच्छा उत्पादन और बढ़िया मंडी भाव से तगड़ी कमाई होती है।

कुंदरू की खेती में उत्पादन और कमाई

कुंदरू की खेती जो किसान करते हैं, वो बताते हैं कि यह बहुत ही अच्छी फसल है। इससे किसानों को साल भर उत्पादन मिलता है और एक बार फसल लगा दी जाए तो 2 से 3 साल तक इससे कमाई होती रहती है। यानी कि एक खर्चे से ही किसान को लंबे समय तक मुनाफ़ा मिलता है।

एक किसान ने बताया कि अगर कुंदरू का भाव 30 से ₹40 प्रति किलो भी मिलता है, तो एक एकड़ से दो से तीन लाख रुपए तक कमाए जा सकते हैं। 3 से 4 क्विंटल तक तो 7 दिन के भीतर एक एकड़ में उत्पादन मिल जाता है। अगर गुणवत्ता बढ़िया हो और बाज़ार में भाव अच्छा मिले, तो ₹5,00,000 तक का मुनाफ़ा किसान इससे कमा सकते हैं। जिसमें आज कुंदरू के भाव 30 रु किलो है।

वहीं खर्चे की बात करें तो खाद, बीज, खेत तैयारी, मल्चिंग, ड्रिप आदि में किसानों को लगभग ₹70,000 तक का खर्च आता है। लेकिन अगर किसान साधारण विधि से खेती करें, तो खर्चा बेहद कम होता है। खेत की मिट्टी उपजाऊ हो, तो अच्छा उत्पादन मिल जाता है। बस, रोग–बीमारी से फसल को बचाना पड़ता है। तो आइए जानते हैं कुंदरू की खेती का तरीका।

कुंदरू की खेती कैसे करें

अगर कुंदरू की खेती कर रहे हैं, तो खेत की तैयारी में बहुत ध्यान रखना पड़ेगा। कई बार खेत की जुताई करें, रोटावेटर का इस्तेमाल करें। जब मिट्टी भुरभुरी हो जाए, तो फिर बढ़िया 4 फीट की दूरी में बेड बनाकर, तीन फीट की दूरी पर पौधे लगाएं और ड्रिप मशीन का इस्तेमाल करके पानी की बचत करें।

खरपतवार निकालने से मजदूरी का पैसा भी बचेगा और गोबर खाद के इस्तेमाल से कम खर्च में ज़्यादा उत्पादन आएगा। बीच-बीच में जब पैदावार घटने लगे, तो 19:19:19 दवा का इस्तेमाल करके फिर से उत्पादन बढ़ाएं। फंगीसाइड का इस्तेमाल करें, जिससे फसल को रोग–बीमारी से बचाया जा सके। इससे आमदनी बढ़ेगी और खर्चा घटेगा। इसके अलावा, बेल को सपोर्ट देने के लिए लकड़ी का इस्तेमाल करें। इससे फल की गुणवत्ता अच्छी होती है।

कुंदरू की खेती का समय

कुंदरू की खेती के समय की बात करें तो किसान साल में कई बार कुंदरू की फसल लगा सकते हैं। अभी अक्टूबर का महीना चल रहा है, तो कलम से रोपण कर सकते हैं और पौधा तैयार किया जा सकता है। सितंबर से अक्टूबर के बीच कलम रोपण का समय अच्छा माना जाता है।

गर्मियों में मार्च से मई के बीच भी खेती की जा सकती है। लेकिन अगर मुख्य और सबसे अच्छे समय की बात करें, तो जुलाई और अगस्त में बरसात के समय कुंदरू की खेती से अच्छा फायदा किसानों को होता है। कुंदरू की खेती किसानों को लखपति बना सकती है। इसीलिए, यहां पर आज इस फसल की जानकारी दी जा रही है।

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