मछली का चारा (फिश फीड) के उद्योग को सरकार विद्युत के लिए सहायता देगी। हर साल 24 लाख रुपए तक की आर्थिक मदद मिलेगी।
मछलियों के लिए फीड उद्योग
मछली पालन का व्यवसाय अच्छा मुनाफा देता है। वहीं, मछलियों के लिए फिश फीड उद्योग भी चलते हैं, जो मछली पालकों को मछलियों का चारा बनाने में मदद करते हैं। मछली पालन के साथ-साथ मछलियों का चारा बनाने वाली कंपनियाँ भी तेजी से बढ़ रही हैं।
दरअसल, बिहार में यह योजना शुरू की जा रही है। बिहार में मत्स्य पालन क्षेत्र में रोजगार बढ़ रहा है, साथ ही साथ फिश फीड उद्योग भी तेजी से आगे बढ़ रहा है, जिससे कई लोगों को रोजगार मिल रहा है। अब सरकार मत्स्य पालन के साथ-साथ फिश फीड उद्योग को भी मदद देने जा रही है, जिसके तहत फिश फीड उद्योगों को विद्युत वित्तीय सहायता के रूप में हर साल 24 लाख रुपए तक की राशि दी जाएगी। तो चलिए जानते हैं, योजना के अंतर्गत पात्रता क्या निर्धारित की गई है।
किसे मिलेगी विद्युत वित्तीय सहायता राशि?
बिहार में जो मछलियों का फीड उद्योग चला रहे हैं, उन्हें इस योजना का लाभ दिया जाएगा, लेकिन यह लाभ सभी को नहीं मिलेगा। केवल वे फीड उद्योग, जो प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) के अंतर्गत स्थापित किए गए हैं, उन्हें ही इस योजना का लाभ दिया जाएगा।
राज्य में कुल 53 फिश फीड मिल इस योजना के अंतर्गत शामिल हैं। योजना में यह बताया गया है कि 2 टन, 8 टन, 20 टन और 100 टन तक की उत्पादन क्षमता वाले फीड मिलों को मासिक विद्युत खपत के आधार पर यह लाभ दिया जाएगा।
इस योजना के अंतर्गत प्रति यूनिट ₹3 तक का अनुदान दिया जाएगा। जिन फिश फीड मिलों में 100 टन तक प्रतिदिन उत्पादन किया जा रहा है, वहां के मिल मालिकों को प्रति माह ₹2,00,000 की विद्युत वित्तीय सहायता मिलेगी। इसका मतलब है कि सालाना कुल ₹24 लाख तक की सहायता राशि दी जाएगी।
आवेदन की अंतिम तिथि क्या है?
फिश फीड मिल मालिकों के पास अभी समय है। वे 31 दिसंबर 2025 तक इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन ऑनलाइन करना होगा। इसके लिए एक वेबसाइट उपलब्ध कराई गई है, जहाँ जाकर आवेदन किया जा सकता है। योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए इस वेबसाइट पर जा सकते हैं, या फिर अपने जिले के मत्स्य कार्यालय में संपर्क करके जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
बताया जा रहा है कि यह योजना पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के मध्य निदेशालय द्वारा स्वीकृत की गई है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत वे सभी फिश फीड मिल मालिक, जिनकी मिल की उत्पादन क्षमता 2 टन से लेकर 100 टन प्रति दिन है, 31 दिसंबर 2025 से पहले आवेदन करके इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।

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