ये काला पानी बेल वर्गीय कद्दू और तोरई की सब्जियों के लिए बहुत गुणकारी होता है इसमें मौजूद तत्व बेल को स्वस्थ और फल फूलों से भरा बनाते है।
कद्दू तोरई की बेल सब्जियों से झूल जाएगी
अक्सर बेल वाली सब्जियों के पौधों की ग्रोथ पोषक तत्व की कमी से नहीं हो पाती है इनको नुट्रिशन से भरपूर खाद की जरूरत होती है इसलिए महीने में कम से कम एकबार पौधे में ये काला पानी जरूर डालना है चाहिए इसके अलावा पौधे में गोबर की खाद और पत्तियों की कम्पोस्ट खाद का प्रयोग भी जरूर करना चाहिए। इन सब्जियों की बेल को सहारा देने के लिए मचान बनाना चाहिए जिससे बेल का विकास और अच्छे से होता है। बरसात में बेलों पर राख का छिड़काव करना जरुरी होता है जिससे बेल में कीड़ों का प्रकोप नहीं पड़ता है।

तोरई-कद्दू की जड़ में डालें ये काला पानी
बेल वर्गीय कद्दू और तोरई के पौधों में डालने के लिए इस्तेमाल की हुई टी लीव्स के बारे में बता रहे है ये बेल वर्गीय पौधों के लिए बहुत उपयोगी उर्वरक होती है क्योकि इसमें फास्फोरस, नाइट्रोजन और पोटेशियम के तत्व होते है जो कद्दू और तोरई की बेल को बढ़ाने के लिए बहुत फायदेमंद होते है। ये मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ बढ़ाकर उसकी संरचना और जल धारण क्षमता में सुधार करती है। इसमें टैनिन नामक तत्व होता है जो ऑर्गेनिक कीटनाशक का कार्य करता है और मिट्टी के हानिकारक कीड़ों को दूर भगाता है।
ऐसे करें इस्तेमाल
कद्दू और तोरई की जड़ में काले पानी का इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले इस्तेमाल की हुई टी लीव्स को धोकर सुखाना है फिर खल बट्टा में कूट कर बारीक कर लेना है फिर इस पाउडर को 250 ml पानी में डालकर करीब 2 घंटे के लिए छांया वाली जगह पर रख देना है 2 घंटे बाद फिर इसे दस गुना पानी में डालकर डायलुट कर लेना है इसके बाद कद्दू और तोरई की जड़ के पास इस लिक्विड फ़र्टिलाइज़र को डालना है ऐसा करने से पौधे को जरुरी पोषक तत्व के गुण मिलेंगे जिससे बेल में सब्जियां बहुत अधिक आना शुरू हो जाएँगी।

नमस्ते दोस्तों, मैं नंदिनी । पिछले 2 साल से पत्रकारिता में काम कर रही हूं और अलग-अलग विषयों पर लिखना मुझे बहुत पसंद है। खासतौर पर खेती, बागवानी और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों में मेरी गहरी रुचि है। मैं हमेशा कोशिश करती हूं कि आपको सच्ची और सही जानकारी दे सकूं, ताकि आप इन विषयों को अच्छे से समझ सकें। अगर आप भी इन जरूरी और दिलचस्प बातों को जानना चाहते हैं, तो जुड़े रहें https://khetitalks.com/ के साथ। धन्यवाद