आलू के भाव ने तोड़ा बीते 4 सालों का रिकॉर्ड। किसानों के लिए यह बहुत बड़ी खुशखबरी है। किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई है। हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में आलू उत्पादक किसानों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा है। आपको बता दे ऐसा इसीलिए क्योंकि उनकी फसल के दाम बहुत ऊंचे लग रहे हैं जिससे किसान बहुत खुश है। फिलहाल किसानों को आलू के दाम 1300 से ₹2000 प्रति क्विंटल मिल रहे हैं।
बीते कुछ सालों में 250 से लेकर ₹550 प्रति क्विंटल से बहुत अच्छे हैं। कीमतों में वृद्धि का मुख्य कारण है पैदावार में कमी। कुरुक्षेत्र जिले में करीब 30000 एकड़ में आलू की खेती की जाती है इसमें बुधवार तक पिपली अनाज मंडी में 3.10 लाख क्विंटल और शाहाबाद अनाज मंडी में 52000 क्विंटल आलू की आवक आई हुई थी। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
आलू की कीमतों में वृद्धि
किसानों को आलू की कीमतें बढ़ने से राहत मिली है। बीते साल 400 से लेकर 550 रुपए प्रति क्विंटल फसल बिकी थी जिससे कई किसानों को लागत भी नहीं मिल पाई थी। लेकिन वही इस साल मांग और कम उपज के चलते 1600 से 1700 रुपए प्रति क्विंटल आलू बिका है जिसकी वजह से किसानों को बड़ी राहत मिली है।
कीमतों में बढ़ोतरी का कारण
यहां के कई किसानों का कहना है कि उन्होंने अपनी उपज 2300 रुपए प्रति क्विंटल में बेची थी और अब हाल ही में 1650 रुपए से लेकर 1800 रुपए प्रति क्विंटल तक आलू के दाम पहुंच चुके हैं। ऐसा इसीलिए हो रहा है क्योंकि लंबे समय तक गर्म मौसम के कारण पैदावार में बहुत कमी आ गई है जो की कीमतों की बढ़ोतरी का मुख्य कारण है।
पिछले 4 साल का टूटा रिकॉर्ड
आलू व्यापारियों का कहना है कि पिछले 4 सालों में इतनी ऊंची कीमत देखने को नहीं मिली। इस बार 4 सालों का रिकॉर्ड टूट चुका है। इन्होंने बताया कि लगभग 70 फ़ीसदी स्टॉक बिहार भेजा जा रहा है। वही सफेद आलू 1300 से 1700 रुपए प्रति क्विंटल मिल रहा है तो वही लाल आलू 1800 से ₹2000 प्रति क्विंटल मिल रहा है। जिससे किसान मौजूद दरों से बहुत ज्यादा खुश है और उम्मीद है कि भविष्य में कीमत स्थिर रहेगी।
आलू की औसत कीमत
पिपली अनाज मंडी के सचिव गुरमीत सिंह का कहना है की औसत मूल्य लगभग 1550 रुपए प्रति क्विंटल तक है वहीं स्थानीय किसान अभी अपनी उपज लेकर आ रहे हैं और पंजाब के किसान मार्च में पकी हुई फसल लेकर आ जाएंगे। 80 से लेकर 100 क्विंटल प्रति एकड़ की औसत उपज के मुकाबले इस वर्ष लगभग उपज 60 से 70 क्विंटल प्रति एकड़ हुई है। जिसकी वजह से कीमतों में वृद्धि हुई है जिससे किसान बहुत खुश है। उनका कहना है पिछले साल पीपनी अनाज मंडी में करीब 13.95 लाख क्विंटल आलू पहुंचा था।