इस लेख में आपको अपराजिता के लिए रसोई में रखी जाने वाली चीज आलू से खाद बनाने की जानकारी दी जा रही है, जिससे पौधा फूलों से लदा रहेगा-
अपराजिता क्यों लगाते हैं
अपराजिता का फूल खूबसूरत होता है, मुख्य रूप से इसकी नीली किस्म होती है, इसके अलावा अपराजिता का फूल सफेद और अन्य रंगों में भी खिलता है। लोग अपराजिता को कई कारणों से लगाते हैं, जैसे इसे धार्मिक पौधा माना जाता है, इसके फूल स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होते हैं और लोग सुंदरता के लिए भी अपराजिता लगाते हैं।
अपराजिता की बेल को घना कैसे बनाएं
अपराजिता एक बेल वाला पौधा है, लेकिन आप इसे घना भी बना सकते हैं, इसे गमले में लगाकर आप इसे पेड़ का आकार दे सकते हैं, जिसके लिए आपको पौधे लगाने के एक महीने बाद कटिंग करनी होगी और हर 20-25 दिन के अंतराल पर आपको इसकी पंजी 2G कटिंग करते रहना होगा, जिससे पौधे में ज्यादा शाखाएं आएंगी और फूल भी ज्यादा आएंगे, आप पौधे को लकड़ी का सहारा दे सकते हैं।

अपराजिता के लिए आलू की खाद
- अपराजिता के पौधे को बहुत ज्यादा गोबर या कम्पोस्ट खाद नहीं देनी चाहिए। होता ये है कि पौधे में ज्यादा पत्तियां आती हैं और फूल कम होने लगते हैं। आप आलू और सरसों के बीज की खाद बनाकर अपराजिता को दे सकते हैं।
- इसके लिए आपको 4 से 6 आलू के छिलके लेने होंगे। अगर आपके पास इतने आलू के छिलके नहीं हैं तो आप एक आलू लेकर उसे मिक्सर ग्राइंडर में पीस लें।
- इसके बाद आपको इस मिश्रण को 1 लीटर पानी में डालना है और फिर इसमें 2 से 3 चम्मच पीली सरसों का पाउडर मिलाना है।
- आपको पीली सरसों के बीज को पीसकर पाउडर बनाकर इस्तेमाल करना है।
- इस तरह से एक बर्तन में 1 लीटर पानी डालें, इसमें एक पिसा हुआ आलू, दो से तीन चम्मच पीली सरसों डालकर, रात भर पानी में भिगो दें। अगले दिन सुबह आपको इसे अपराजिता की मिट्टी में डाल देना है।
- अपराजिता के पौधे की मिट्टी की गुड़ाई नहीं करनी चाहिए। इससे पौधे की जड़ों को नुकसान पहुंचता है। इसलिए इस खाद को मिट्टी में इस तरह डालें। ध्यान रखें कि मिट्टी सूखी हो।