अगर किसान जंगली जानवरों से फसल की सुरक्षा करना चाहते हैं अपनी आमदनी में वृद्धि करना चाहते हैं तो चलिए आपको एक ऐसे फलदार पेड़ के बारे में बताते हैं जो किसानों की इन सब में मदद करेगा-
यह फलदार पेड़ आमदनी में करेगा वृद्धि
खेती से अधिक मुनाफा लेने के लिए किसान नई-नई तकनीक आजमाते हैं तथा परंपरागत फसलों के साथ-साथ अन्य नवीन फसलों की तरफ भी आकर्षित हो रहे हैं। जिसमें अगर किसान से फसल की खेती करते हैं तो उनकी आमदनी में वृद्धि हो सकती है। जिसमें आज हम बात कर रहे हैं करौदा की खेती की। करौदा एक फल है जिसकी बाजार में डिमांड रहती है यह सेहत के लिए फायदेमंद भी है। अगर आप धान-गेहूं जैसी फसलों की खेती करते हैं तो खेत के मेड़ो में करौंदा का पेड़ लगा सकते हैं।
इससे अच्छी कमाई हो जाएगी। 150 से 250 रुपए किलो बिकने वाला यह फल किसानों को रोजाना हजारों रुपए की कमाई दे सकता है चलिए जानते हैं यह खेत की सुरक्षा कैसे करेगा।

खेत की सुरक्षा करेगा यह पेड़
करौंदा एक झाड़ीदार और कांटेदार पेड़ है। जिसे अगर मेड़ो पर लगा दिया जाता है तो जंगली जानवर भी खेत में नहीं आएंगे। जंगली जानवर के आलावा छुट्टा जानवर या कोई भी छोटा-मोटा जानवर भी खेत में नहीं घुस पाएगा। क्योंकि यह बहुत सघन पेड़ होते हैं। 6 से 7 फीट ऊंचे होते हैं। जिससे हर तरह से यह खेत की सुरक्षा करेगा। चलिए जानते हैं इसे लगाना कैसे हैं।
मार्च में लगा सकते हैं
अभी मार्च का महीना चल रहा है और इस समय करौंदा लगा सकते हैं। जुलाई-अगस्त भी अच्छा है और फरवरी से मार्च के बीच भी करौंदा लगाया जाता है। करौंदा के लिए नमी और खाद से भरपूर मिट्टी बढ़िया होती है। जिस जगह पर बढ़िया धूप आती हो वहां करौंदा लगाना चाहिए। करौंदा कटिंग और बडिंग से भी लगा सकते हैं। 2 साल में इस पौधे में फल आने लगते हैं।