फूलों की खेती में हाथ आजमाना चाहते हैं तो चलिए डिमांड में रहने वाले एक ऐसे फूल के बारे में बताते हैं जिसकी खेती के लिए सरकार से सब्सिडी भी मिल जाएगी-
फूलों की खेती में आमदनी
फूलों की खेती में किसानों को अच्छी आमदनी हो जाती है। व्यावसायिक तौर पर फूलों की खेती करके खेती से होने वाली आमदनी में वृद्धि कर सकते हैं। फूलों की डिमांड 12 महीने रहती है, और अच्छी कीमत भी मिलती है। जिसमें पूजा पाठ से लेकर शादी विवाह, राजनीतिक कार्यक्रम में फूल मांगे जाते हैं। जिसमें अच्छे फूलों की गुणवत्ता और बेहतर डिलीवरी सुविधा होने पर अच्छी कमाई कर सकते हैं। इसीलिए सरकार भी किसानों को फूलों की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
इस फूल की खेती से हर दिन 5000 रु की कमाई
खेती से आमदनी बढ़ाने के लिए फूलों की बिक्री कर सकते हैं। फूलों की खेती करने के लिए जरबेरा फूल बढ़िया है। जरबेरा की व्यवसायिक स्तर पर खेती कर सकते हैं। जरबेरा की अच्छी मांग बाजार में रहती है। सुंदर फूल होते हैं। लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। इसकी खेती करके प्रतिदिन 4 से ₹5000 किसान कमा सकते हैं। जिससे अच्छा जीवन यापन होगा।
इनसे इतनी आमदनी इस लिए है कि क्योंकि एक फूल की कीमत 7 रुपए तक मिल जाती है। वहीं खर्च की बात करें तो ₹3 एक फूल पर खर्च आता है. इस तरह ₹4 का फायदा किसान को एक फूल पर हो रहा है। एक एकड़ में अगर खेती करते हैं तो 4 से ₹5000 रोजाना किसान को मुनाफा हो सकता है। लेकिन अच्छी मंडी भी होनी चाहिए।
वही खेती के तरीके की बात करें तो फूलों की अच्छी गुणवत्ता, अधिक उत्पादन के लिए पॉलीहाउस अच्छा विकल्प रहेगा। पॉलीहाउस पर भी सरकार से सब्सिडी मिल जाती है। जिससे इसकी लागत भी कम हो जाएगी। लेकिन सभी किसान पॉलीहाउस पर खर्च नहीं कर सकते हैं। इसलिए शुरुआती तौर पर सामान्य तरीके से भी खेती कर सकते हैं। कई ऐसे किसान है जो बिनापॉलीहाउस के भी जरबेरा की खेती करते हैं।
बता दे की जरबेरा की खेती के लिए 22 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच का तापमान बेहतर माना जाता है, दिन के समय का यह तापमान है। रात के समय 12 से 16 डिग्री सेल्सियस के बीच का तापमान हो तो अच्छा होता है। ऐसा तापमान मेंटेन करके अच्छा उत्पादन लिया जा सकता है।
फूलों की खेती के लिए अनुदान
उत्तर प्रदेश राज्य सरकार द्वारा फूलों की खेती के लिए अनुदान भी दिया जा रहा है, जिसमें फूलों की व्यावसायिक तौर पर खेती करेंगे तो आधा खर्च सरकार उठाएगी। जी हां 50% सब्सिडी फूलों की व्यावसायिक खेती के लिए सरकार की तरफ से दिया जा रहा है, जिससे किसान को सिर्फ आधा खर्चा ही करना पड़ेगा।