एक बार खेत में लगाए नेपियर घास और सालों-साल पाए तगड़ी कमाई। आज हम आपको ऐसे घास के खेती के बारे में बताने जा रहे हैं जिसको नेपियर घास कहां जाता है इतना ही नहीं इसको हाथी घास के नाम से भी जाना जाता है। यह घास कमाई का भी एक शानदार जरिया है। पशुपालन के लिए एक बहुत ही शानदार ऑप्शन है। यह पशुओं के लिए बहुत ही स्वादिष्ट और पौष्टिक आहार साबित होती है। दुधारू पशुओं के लिए तो यह जैसे मानों वरदान है। दुधारू पशुओं के लिए यह बहुत ही फायदेमंद साबित होती है और उपयोगी घास है।
नेपियर घास का इस्तेमाल
नेपियर घास यानी कि हाथी घास का इस्तेमाल सीएनजी और कोयला बनाने की तकनीकियों पर अभी कार्य चल रहा है। बता दे की यह नवाचार किसानों को बहुत ही कम से कम लागत में ज्यादा आय प्राप्त करने का साधन साबित हो रहा है। इस घास की बुवाई के लिए बीज की बिल्कुल भी जरूरत नहीं पड़ती है। इसी खेती के लिए डंठल का इस्तेमाल किया जाता है। इन डंठलों को नेपियर स्टिक के नाम से जाना जाता है।
इस घास के एक बीघा जमीन में लगभग 4000 डंठल लगाए जाते हैं। बता दे कि इनकी खेती सर्दी, गर्मी और वर्षा ऋतु में की जा सकती है। नेपियर घास चारे की कमी को पूरा करती है। किसान इसके डंठल को बेचकर तगड़ी कमाई कर सकते हैं इतना ही नहीं कई राज्यों में तो इस पर सब्सिडी भी किसानों को मिलती है। यह घास कमाई के लिए अच्छा जरिया है।
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नेपियर खास की विशेषताएं
इस घास की कई विशेषताएं है। बता दे नेपियर घास एक हाइब्रिड वैरायटी है जिसको बंजर जमीनों और मेड़ों पर भी उगा सकते हैं। इस घास की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह केवल पानी के सहारे से 20 से 25 दिन में पूरी तरह से तैयार हो जाती है। इस घास को एक एकड़ जमीन में लगभग 300 से 400 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। इसकी कटाई के बाद यह वापस से खुद ही उग जाती है।
छोटे से इन्वेस्टमेंट में तगड़ा मुनाफा
इस घास की खेती कमाई का एक बहुत ही शानदार जरिया है। इस खेती से किसान अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। यह घास गन्ने की तरह दिखाई देती है। इतना ही नहीं यह घास मूल रूप से थाईलैंड में देखने को मिलती है। इसके सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसको एक बार बुआई के बाद में 5 साल तक इसको काटा जा सकता है और इससे कमाई की जा सकती है। किसानों के लिए कमाई का एक बहुत ही शानदार जरिया है। साथ ही पशुपालकों के लिए आर्थिक रूप से बहुत फायदेमंद साबित होती है।
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