गेहूं नहीं फूलों की खेती से एक बीघा से 4 लाख रु हो रही कमाई, राज्य सरकार ने दिया 25 हजार रु का पुरस्कार, जानिए सफलता का मंत्र

खेती अधिक कमाई करना चाहते हैं तो चलिए आज आपको एक ऐसे ही सफल किसान की कहानी बताते हैं जिनसे प्रेरणा मिल सकती है-

फूलों की खेती में फायदा

फूलों की खेती में किसानों को फायदा हो रहा है। इसीलिए लगातार किसान फूलों की खेती से जुड़ रहे हैं। जिनमें कुछ ऐसे फूल है जिनकी डिमांड हमेशा बनी रहती है। हर त्योहार और शादी में हमें इन फूलों से कमाई होती है। जिससे किसानों को फायदा हो रहा है। फूलों की खेती में किसानों को लागत कम रही है और मुनाफा ज्यादा हो रहा है। बस किसानों को पैकिंग पर बढ़िया ध्यान देना होगा।

आज हम जिस किसान की बात कर रहे हैं उनका नाम रूपचंद कहार है और वह अजमेर राजस्थान के रहने वाले हैं। खेती किसानी में उन्होंने अपना नाम रोशन किया हुआ है। जिसकी वजह से ₹25000 का हाल ही में राज्य सरकार द्वारा उन्हें पुरस्कार दिया गया है, और हर साल उन्हें राज्य सरकार तथा केंद्र सरकार से अवार्ड मिलते ही रहते हैं। जिसमें अभी तक उन्हें 22-23 अवार्ड मिल चुके हैं तो चलिए आपको बताते हैं वह किन फूलों की खेती कैसे करते हैं, लागत कितनी आती है।

यह भी पढ़े- खेत की बाउंड्री में 10 फीट की दूरी में लगाएं यह पौधे, 100 पेड़ से हो जाएगा 15 लाख का मुनाफा

किन फूलों की करते हैं खेती

किसान बताते हैं कि इस समय उन्होंने बिजली की खेती की है। बिजली एक फूल है। इसके अलावा गुलदाउदी और मेरीगोल्ड की भी खेती करते हैं। उन्होंने बिजली और गुलदाउदी की इंटरक्रॉपिंग की है। पूरे साल भर फूलों की खेती करते हैं। सिर्फ खाने के लिए धान- गेहूं लगाते हैं। कमाई के लिए वह फूल लगाते हैं। चार सीजन में वह फूलों की खेती से अधिक कमाई कर लेते हैं।

फूलों की खेती वह बिल्कुल जैविक तरीके से करते हैं। किसी भी तरह की केमिकल वाली खाद नहीं डालते हैं। गोबर खाद देते हैं। उन्हें अच्छा उत्पादन मिल रहा है।

किसान फूलों के बीज देते है और खेती का तरीका भी अन्य किसानों को सिखाते हैं। अगर आपको इन फूलों के बीच चाहिए तो उनसे संपर्क कर सकते हैं खेती का तरीका भी वह बता देंगे। मेरी गोल्ड की नर्सरी भी वह डाल रहे हैं।

सिंचाई के लिए उन्होंने ड्रिप सिस्टम अपनाया है। वह कहते हैं कि ड्रिप इरीगेशन से सिंचाई करने में पानी की बचत होती है। 50% तक पानी बच जाता है। पैदावार दोगुनी हो जाती है। इसके लिए सरकार भी सब्सिडी दे रही है। जिससे इसका खर्चा कम हो सकता हैं।

साथ ही उन्होंने बताया कि तुरई किसान तब करें। जब कोई त्यौहार हो या शादी विवाह के लिए कहीं से डिमांड हो। नहीं तो ज्यादा दिन तक फूल रखने से खराब हो सकता है। पैकिंग पर भी ध्यान देना चाहिए। बढ़िया तरीके से पैकिंग करें ताकि लंबे समय तक फूल ताजा रहे।

लागत कितनी आती है

फूलों की खेती में यही फायदा उन्होंने बताया लागत कम आती है। कमाई ज्यादा होती है। जिसमें बताते हैं कि एक बीघा में चार लाख की कमाई हो जाती है। वह गुलदाउदी और बिजली की खेती के बारे में यह जानकारी दे रहे थे।

वही लागत की बात करें तो बिजली की खेती अगर किसान करेंगे तो एक बीघा में 15000 की लागत आ जाएगी और कमाई उससे 150000 रुपए होती है।

₹80 किलो बिजली के फूल जाते हैं। पहाड़ी इलाकों में बिजली की खेती करने वालों किसानों को अच्छा फायदा हो रहा है।

लेकिन गुलदाउदी की खेती में लागत अधिक हो सकती है, कम से कम ₹25000 तक। लेकिन चार सीजन में इसकी खेती से अच्छा खासा मुनाफा कमाया जा सकता है चार लाख तक उससे कमाई हो जाती है

यह भी पढ़े- आलू की इन दो किस्मों से किसान ले रहा 2.5 करोड़ रु का शुद्ध मुनाफा, सरकार से मिली आर्थिक मदद, जानें किसान के सफलता का राज

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद 

Leave a Comment