Petiole testing: किसान फसलों का कराएं ये टेस्ट, खाद का खर्चा होगा आधा, पैदावार होगी ज्यादा, जानिये क्या है पेटिओल टेस्टिंग

खेती किसानी की लागत को कम करने और पैदावार अधिक लेने के लिए इस लेख में आपको जानकारी दी जा रही है, जिसमें पेटिओल टेस्टिंग (Petiole testing) के बारे में बताया जाएगा-

पेटिओल टेस्टिंग क्या है?

किसान फसल से अच्छी पैदावार लेने के लिए समय पर खाद, कीटनाशक, दवाई आदि का छिड़काव करते हैं। साथ ही सिंचाई के समय का भी ध्यान रखते हैं। जिसमें अगर किसानों को पता हो की फसल को किस पोषक तत्व की कमी है और कौन-सी खाद हमें नहीं देनी चाहिए तो किसान की खेती की लागत कम हो जाएगी और जितना खाद डालेंगे उसका परिणाम उन्हें देखने को मिलेगा। पैदावार अधिक मिलेगी।

तो पेटिओल टेस्टिंग यही काम करता है। अगर आप किसी फसल का पेटिओल टेस्टिंग कराते हैं तो पता चल जाता है कि उस फसल को किस पोषक तत्व की जरूरत है और किस चीज की अधिकता है तो आप उस पोषक तत्व को ना दें। पेटिओल टेस्टिंग का हिंदी में मतलब डंठल परिक्षण (Petiole testing) होता है। तो चलिए सबसे पहले हम यह जानते हैं कि यह टेस्टिंग कैसे होती है और इससे कौन-कौन से पोषक तत्वों का पता चलता है साथ ही इसे करने के लिए कितना किसानों को खर्च करना पड़ेगा

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इन पोषक तत्वों का पता चलता है

अगर किसान अपनी फसल का पेटिओल ट्रोल टेस्टिंग कराते हैं तो कई सारे पोषक तत्वों की जानकारी हो जाती है। जिसमें पेटिओल टेस्टिंग करने के लिए पत्ती के ऊपर का भाग यानी कि डंठल का टेस्ट लिया जाता है। पत्ती के ऊपर का भाग डंठल तोड़ा जाता है और फिर उसका टेस्ट किया जाता है। फिर उसकी रिपोर्ट आती है। जिसमें पता चलता है कि फसल में किस पोषक तत्व की कमी है।

जिसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, सोडियम, गंधक, फेरस, जिंक, कॉपर, बोरान, नाइट्रोजन, पोटेशियम और फॉस्फोरस जैसे कई तरह के पोषक तत्व की रिपोर्ट आती है, की फसल में कितने प्रतिशत इन पोषक तत्वों की कमी है या अधिकता है। तो जिसकी कमी होगी किसान वह पोषक तत्व बस देंगे। जिसकी जरूरत नहीं है वह नहीं देंगे। जिससे उसकी लागत कम हो जाएगी।

पेटिओल टेस्टिंग कितने में होगा?

किसान अगर यह पेटिओल टेस्टिंग अपनी फसल का कराते हैं तो इससे उन्हें कई फायदे होंगे। तब अगर किसान इसके लिए इच्छुक है तो आपको बता दे की एक बार पेटिओल टेस्टिंग कराने का ₹900 खर्च आता है। जिसके लिए सुबह के समय पत्ती का डंठल निकाल कर उसका टेस्ट किया जाता है।

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नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद 

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