पौधों में लगे कीड़े खत्म करना चाहते है तो चलिए इस लेख में बताते है पौधे में कीड़े मारने की दवा और कुछ घरेलु उपाय जिससे बिना खर्चे के भी पौधों को सूखने से बचा सकते है-
पौधों में लगने वाले कीड़े
आज के समय में घर पर सब्जियां और फल उगाना एक ट्रेंड बन चुका है और ये सही भी है। क्योंकि आजकल इतने प्रदूषित वातावरण में केमिकल्स की मदद से उगाई जाने वाली सब्जियां और फल हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर करते हैं। इसलिए घर पर ही खुद के द्वारा प्राकृतिक तरीके से फल और सब्जी उगाना सबसे सही तरीका है, लेकिन घर पर सब्जियां उगाने के लिए उनके पौधों का भरपूर ध्यान रखना होता है।
क्योंकि छोटे पौधों पर यदि ध्यान ना दिया जाये तो उनमें बड़ी आसानी से कीड़े लग जाते हैं, और पौधों को तहस-नहस कर देते हैं। आज हम आपको बताएंगे इन्हीं पौधों में लगने वाले कीड़ों से छुटकारा पाने की टिप्स के बारे में।
कीड़े भगाने के लिए घरेलु उपाय
पानी से साफ करें पत्ते:
यदि पौधों की पत्तियां पीली पड़ रही हो तो उन्हें पानी से साफ करें। इस प्रक्रिया को करने के लिए आप पानी को स्प्रे बॉटल में भरकर पत्तियों और तनों पर स्प्रे करें। तनों से चिपके कीड़ों तो हटा दें, इसे हफ्ते में एक से दो बार दोहराएं।
नीम के पानी का उपयोग:
पौधों से कीड़ो को निकालने के लिए नीम की पत्तियां बहुत उपयोगी हो सकती हैं। इसके लिए आप नीम के पत्तों को अच्छी तरह से उबाल लें और स्प्रे बॉटल में भरकर इसका छिड़काव पौधों पर करें। पानी की जगह नीम की पत्तियों के पाउडर का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
नमक का करें स्प्रे:
पौधों के कीड़ों को मिटाने के लिए नमक का स्प्रे भी बहुत ही कारगर और आसान प्राकृतिक तरीका है। नमक को पानी में मिलाकर पौधों पर छिड़कें। इससे कीड़े नहीं लगेंगे साथ ही यह मैग्नीशियम, फॉस्फोरस व सल्फर जैसे महत्वपूर्ण पौषक तत्वों को लेने में भी सहायता करता है।
दालचीनी पाउडर से भागेंगे कीड़े:
दालचीनी में कई तरह की एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं जो छोटे और नए पौधों को कीड़ो और बिमारियों से बचाने का काम कर सकती है। आप दालचीनी का पाउडर बनाकर गमलों में छिड़कें।
इन सभी घरेलु उपायों के अलावा और भी बहुत सारे तरीके जैसे बेकिंग सोडा का इस्तेमाल, हींग का इस्तेमाल करके भी आप अपने पौधों में लगने वाले कीड़ों की समस्या को दूर कर सकते हैं।

पौधों के लिए कौन-सा कीटनाशक सबसे अच्छा है
प्राकृतिक कीटनाशकों के अलावा आप अपने पौधों की सुरक्षा करने के लिए रासायनिक कीटनाशकों की मदद भी ले सकते हैं। रासायनिक कीटनाशकों में ये कीटनाशक उपयोग के योग्य :
मैलाथियान:
यह कीटनाशक बहुत से प्रकार के कीड़ों को नियंत्रित करने में सक्षम होता है, लेकिन इसका प्रयोग सावधानी पूर्वक किया जाना चाहिए क्योंकि इसके ज्यादा इस्तेमाल से पौधों और मिटटी को नुकसान हो सकता है।
डाइक्लोरोवास कीटनाशक फ्यूमिगेंट और एंट्रेंट एक्शन के साथ आता है।
इनके अलावा आप बाजार से और भी कई तरह के कीटनाशक जैसे साइफ्लूथ्रीन, डेल्टामेथ्रिन, लैम्ब्डा साइहेलोथ्रिन, इमिडाक्लोप्रिड आदि लाकर उनका उपयोग कर सकते हैं और पौधों स कीड़ो को दूर भगा सकते हैं।
बाजार में उपलब्ध ये दवाएं तुरंत मिटाएगी पौधों से कीड़े
सबसे पहले तो पौधों के कीड़ों को मारने या भगाने के लिए आपको घरेलु तरीकों को ही आजमाना चाहिए क्योंकि यह गमले की मिट्टी और पौधों को पूरी तरह से आर्गेनिक रखने का काम करता है, लेकिन अगर कीड़ों की संख्या बहुत ज्यादा है या घरेलु नुस्खों से नहीं भाग रहे हैं तो बाजर में उपलब्ध दवाओं का प्रयोग कर सकते हैं।
पेड़ों में कीड़े लगने की दवा
पौधों पर लगे हुए कीड़े मारने के लिए कई प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं। यहाँ कुछ सामान्य दवाएं दी गई हैं:
- इमिडाक्लोप्रिड (Imidacloprid): यह एक सिस्टमिक कीटनाशक है जो पौधों की पत्तियों और तनों में अवशोषित होकर कीड़ों को मारने में मदद करता है।
- पेरमेथ्रिन (Permethrin): यह एक सिंथेटिक पायरेथ्रॉइड कीटनाशक है जो पौधों पर लगे हुए कीड़ों को मारने में मदद करता है।
- डेल्टामेथ्रिन (Deltamethrin): यह एक सिंथेटिक पायरेथ्रॉइड कीटनाशक है जो पौधों पर लगे हुए कीड़ों को मारने में मदद करता है।
- कार्बारिल (Carbaryl): यह एक कार्बामेट कीटनाशक है जो पौधों पर लगे हुए कीड़ों को मारने में मदद करता है।
- मैलाथियोन (Malathion): यह एक ऑर्गनोफॉस्फेट कीटनाशक है जो पौधों पर लगे हुए कीड़ों को मारने में मदद करता है।
कीटनाशक लेते समय इन बातों का ध्यान रखें
जब भी आप कीटनाशक लेने जाएं, तो कीटनाशक का चयन करने से पहले कीट की पहचान करें क्योंकि पौधों में कई तरह कीड़े लगते हैं और बाजार में हर प्रकार के कीटों के लिए एक अलग दवा मौजूद होती है। इसलिए कीड़ों के अनुसार ही कीटनाशक लेकर आएं और कीटनाशकों को उपयोग करने के दिशा निर्देशों को अच्छे से पढ़े और उनका पालन करें, नहीं तो यह आपके पौधों को नुकसान पंहुचा सकते हैं।
नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।
यह भी पढ़े- गर्मी में पौधों को दें ये ठंडी खाद, जड़ों को मिलेगी ठंडक, विकास होगा तेजी से, फूलों की नहीं होगी कमी