पशुओं को खिलाएं ये चारा, बढ़ेगा दूध बचेगा 10 हजार रु, जानिये कौन-से चारे की खेती में है डबल फायदा। जिसे लगाकर पशुपालक पशु के खाने की टेंशन दूर कर सकते है।
चारे की कमी से पशुपालक परेशान
पशु पालन कमाई का एक बढ़िया विकल्प है। इससे गांव के साथ शहर के लोग अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। आजकल दूध की बढ़िया कीमत मिल जाती है। लेकिन गाय भैंस पालकों को यह दिक्कत आती है कि वह उन्हें खिलाए क्या। जिसमें अगर ज्यादा अनाज देते हैं, तो उन्हें खर्चा भी ज्यादा आता है। क्योंकि हरा चारा जल्दी मिलता नहीं है। लेकिन आज हम एक ऐसे चारे के बारे में जानने वाले हैं। जिसे आसानी से लगाकर महीने में अच्छे खासे पैसे बचा भी सकते हैं, और इससे पशुओं का दूध बढ़ा भी सकते है।
यह चारा लगाकर बढ़ाएं पशुओं का दूध
दरअसल, हम बरसीम घास की बात कर रहे हैं। किसान इसकी खेती करके पशुओं को भरपूर जाना दे सकते हैं। इससे वह बढ़िया दूध भी देंगे। यह पशुओं के लिए एक बढ़िया आहार होता है। कई पशु पालक इसकी खेती कर लेते हैं। इससे उन्हें चारे के लिए भटकना नहीं पड़ता है। अगर पशु कम है तो यह चारा वह बेंच भी देते हैं, और इसे अलग से कमाई हो जाती है। वही पशुओं के खाने का आधा पैसा बच जाता है। क्योंकि हरा चारा उन्हें ढेर सारा पोषण मिलता है। चलिए जानते हैं कि हरा चारा कैसे ऊपरी खर्चा बचाता है।
चारा की खेती से बचेगा ऊपरी खर्चा
किसान अगर बरसीम चारे की खेती कर लेते हैं तो पशुओं के लिए भरपूर आहार मिल जाता है, और दूध भी बढ़ता है। यही कारण है कि फिर किसानों को पशुओं को ज्यादा भूंसा, चोकर, अनाज आदि नहीं देना पड़ता है। जिससे इसकी लागत कम हो जाती है, और महीने के 10 से ₹12000 तो ऐसे ही बच जाते हैं। यानी कि किसानों के लिए कई तरह से फायदेमंद है।
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