इस लेख में हम आपको जूट के कचरे से कमाई का एक बेहतरीन तरीका बताने जा रहे हैं, जिससे किसानों को खेती से अतिरिक्त आय होगी।
जूट का कचरा
जूट की खेती को किसान पर्यावरण के अनुकूल मानते हैं, यह फसल मिट्टी को स्वस्थ रखती है, लेकिन जूट का कचरा भी कमाई का एक अच्छा विकल्प है, जिसके जरिए खेती से अधिक आय अर्जित की जा सकती है। जूट से पैकेजिंग के कपड़े और अन्य उत्पाद भी बनाए जाते हैं, लेकिन अगर चाहे तो एक छोटी सी मशीन लगाकर जूट के कचरे से कई तरह के पेपर उत्पाद बना सकता है, जैसे पेपर फाइल, पेपर बोर्ड, राइटिंग ग्रेड पेपर, पोस्ट, विजिटिंग कार्ड, शॉपिंग बैग, फाइल कवर आदि। जिसकी अच्छी कीमत मिल जाएगी।

जूट के कचरे से कागज कैसे बनता है
जूट के किसान जूट के कचरे से कई तरह के पेपर उत्पाद बना सकते हैं, जिसकी बाजार में अच्छी कीमत मिलेगी और इसे बनाने की लागत भी कम आएगी। बाजार में सस्ती तकनीक उपलब्ध है जो जूट के कचरे से कागज बनाती है जिसके लिए मशीन में सोडियम कार्बोनेट, चूना और कास्टिक सोडा डाला जाता है और फिर यह कागज बन जाता है।
जूट के कचरे से पेपर बनाने की मशीन
बाजार में कई तरह की मशीन उपलब्ध है। जिसमें जूट के कचरे से पेपर बनाने की मशीन को “एंड-टू-एंड पेपर मशीन” भी कहते है। यह मशीन जूट और कपास के कचरे को रीसाइकिल करके पल्प बोर्ड बना देती है। जिसका इस्तेमाल फिर कागज और मोल्डेड उत्पादों बनाने में होता है। जो की किफायती रहता है।
घर बैठे indiamart से ऑनलाइन भी पेपर बनाने की मशीन मंगवा सकते हैं। जूट के कचरे से हस्तनिर्मित कागज और पेपर बोर्ड बनाए जाते हैं जिससे जूट के कचरे को जलाने या फेंकने की जरूरत नहीं पड़ती, इससे पैसे भी मिलते हैं।