सुगंधित धान की खेती कर रहे हैं, तो चलिए आपको ध्यान के बीजों की बुवाई और खाद एक साथ छिड़कने वाली मशीन की जानकारी देते है-
सुगंधित धान की खेती
हमारे देश में कई किसान सुगंधित धान की भी खेती करते हैं। जिसकी अगर बड़े पैमाने पर खेती की जाए तो अच्छी कीमत किसानों को मिलती है। वहीं कुछ किसान अपने लिए भी सुगंधित धान की खेती करते हैं। लेकिन अगर उसमें रासायनिक खाद का इस्तेमाल कर दिया जाए तो सुगंध कम हो जाती है। जिससे सुगन्धित धान लगाने का कोई फायदा नहीं होता है।
इसीलिए कृषि विभाग द्वारा किसानों की मदद की जा रही है। जिसमें इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के कृषि अभियांत्रिकी विभाग द्वारा एक सीड ड्रिल मशीन बनाई गई है, जो किसानों के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है। यह मशीन है धान की सुगंध को बनाए रखने में मदद करेगी, तो चलिए बताते हैं कैसे।
एक मशीन करेगी 2 काम
यहां पर जिस सीड ड्रिल मशीन की बात की जा रही है वह एक साथ दो काम करेगी। बुवाई के साथ खाद भी डाल देगी। अगर सुगंधित धान की खेती कर रहे हैं तो जैविक खेती करना फायदेमंद होगा। क्योंकि रासायनिक खाद का इस्तेमाल करने से प्रभाव पड़ता है। इसीलिए वर्मी कंपोस्ट खाद का इस्तेमाल करें।
तो अगर इस एसिड ड्रिल मशीन का इस्तेमाल करेंगे तो धान के बीज के साथ-साथ वर्मी कंपोस्ट खाद भी डाल सकते हैं। दोनों काम एक साथ होने से समय पर सही तरीके से काम होगा। तथा खर्चा भी बचेगा और उत्पादन भी बढ़ेगा। किसी तरह का गलत प्रभाव नहीं होगा। इतना नहीं खाद की भी बचत होगी, खर्च भी कम होगा, चलिए जानते हैं समय कितना लगेगा।
1 घंटे में होगा पूरा काम
इस सीड ड्रिल मशीन की खासियत यह है कि 1 घंटे में पूरा काम कर देगी। 1 एकड़ में खेती कर रहे हैं तो खाद और बीज डालने का काम 1 घंटे के भीतर किया जा सकता है। मजदूर की छुट्टी हो जाएगी। इसे चलाने के लिए एक ट्रैक्टर चालक अगर है तो एक व्यक्ति और लगेगा। यानी कि दो लोगों की मदद से एक एकड़ में धान की बिजाई और खाद का छिड़काव भी हो जाएगा। जिससे अच्छा उत्पादन मिलेगा।