इस वैरायटी की हल्दी की खेती काली और पीली हल्दी से कई गुना लाभकारी है इसकी उपज क्षमता पीली हल्दी के मुकाबले ज्यादा होती है तो चलिए जानते है कौन सी हल्दी है।
काली-पीली नहीं करें इस हल्दी की खेती
आज हम आपको एक ऐसी हल्दी की खेती के बारे में बता रहे है जो बाजार में बहुत महंगी बिकती है इसकी खेती में उपज क्षमता काली और पीली हल्दी से कई गुना ज्यादा होती है इस हल्दी की डिमांड भी बाजार में बहुत अधिक मात्रा में होती है। इसकी खेती में ज्यादा लागत नहीं आती है और कम दिनों में पूरी हो जाती है हल्दी की खेती करने वाले किसानों के लिए हल्दी की ये वैरायटी बहुत फायदेमंद मणि जाती है आप इसकी खेती से बहुत शानदार कमाई कर सकते है हम बात कर रहे है नीली हल्दी की खेती की तो चलिए जानते है नीली हल्दी की खेती कैसे की जाती है।
नीली हल्दी की खेती
अगर आप नीली हल्दी की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में अच्छे से जानकारी होनी चाहिए जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी या दिक्कत नहीं होगी। नीली हल्दी की खेती के लिए जल निकासी वाली भुरभुरी दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। इसकी खेती के लिए पहले खेत की अच्छी जुताई करनी चाहिए फिर खेत में गोबर की खाद डालनी चाहिए। इसकी बुवाई के लिए इस किस्म के कंद या बीज का चुनाव करना चाहिए। बुवाई के बाद नीली हल्दी की फसल करीब 6 से 7 महीने में तैयार हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप नीली हल्दी की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत शानदार कमाई देखने को मिलेगी क्योकि इसकी डिमांड बाजार में बहुत होती है बाजार में नीली हल्दी की कीमत करीब 3 हजार रूपए प्रति किलो तक होती है। एक एकड़ में नीली हल्दी की खेती करने से करीब 15 से 18 क्विंटल तक की पैदावार हो सकती है। आप इसकी खेती से लाखों रूपए की शानदार कमाई आराम से कर सकते है।