पैसो का लग जायेगा ढेर, एक सीजन में किसान भर लेंगे तिजोरी, नवंबर के आखरी सप्ताह से पहले करें इस सब्जी की खेती।
एक सीजन में किसान भर लेंगे तिजोरी
किसान एक सीजन में ही सब्जियों की खेती से खूब कमाई कर सकते हैं और खर्चा भी बचा सकते हैं। आज हम एक ऐसी खेती की जानकारी देने जा रहे हैं जिसे अगर इस समय लगाएंगे तो खर्चा कम आएगा। लेकिन कमाई बंपर होगी। क्योंकि हम गर्मियों की सब्जी की अगेती खेती की बात कर रहे हैं। जिसे अगर अभी लगा लेंगे तो मंडी में सबसे पहले पहुंचकर तगड़ी कमाई कर पाएंगे। दरअसल हम बात कर रहे हैं करेले की खेती की नवंबर के आखिरी सप्ताह तक भी अगर करेला लगा लेते हैं तो फरवरी के अंत या मार्च तक आपकी फसल मंडी में पहुंच जाएगी। लेकिन इसके लिए आपको किन बातों का ध्यान रखना है चलिए हम बताते हैं, साथ ही आपको कुछ वैरायटी की जानकारी भी देंगे।
करेला की खेती
करेला की खेती नवंबर में करने से कई फायदे हैं। सबसे पहला फायदा तो यही है कि मंडप आदि का खर्चा कम आता है। बिना मंडप बनाये भी करेला इस सीजन में लगा सकते हैं। क्योंकि सड़क-गलन के समस्या नहीं आती है। लेकिन इस समय क्रॉप कवर प्लास्टिक मंच लगाना पड़ेगा। 21 से 25 माइक्रोन का प्लास्टिक मंच लगा सकते हैं और रोपाई की बात करें तो 6 फीट की दूरी में बेड बनाकर और 1 फीट की दूरी में बीज लगाइए। लेकिन इसकी खेती से पहले आपको खेत तैयार करना है। खेत तैयार करने के लिए अभी समय है। बुवाई के 15 दिन पहले से खेत की तैयारी में जुट जाएं तो फसल में रोग बीमारी का खतरा कम देखने को मिलेगा।
बेसल डोज जरूर दें। चार-पांच ट्रॉली सड़ी गोबर के खाद खेत में डालें। अन्य खाद भी आप अपनी खेत की मिट्टी की आवश्यकता अनुसार जरूर दें। फंगीसाइड का इस्तेमाल करें। तीन से चार बार जोताई करें। मिट्टी को पलटे, रोटावेटर, कल्टीवेटर आदि से जुताई करें। नवंबर के दूसरे या आखिरी सप्ताह से पहले पहले बुवाई करें।
करेला की वैरायटी
नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार करेले की कुछ वैरियटयों के बारे में जानिए।
- वीएनआर की नंदिता और वीएनआर 28, वीएनआर की आकाश बढ़िया वैरायटी है।
- इसके अलावा ईस्ट वेस्ट कंपनी की प्राची f1 भी अच्छी किस्म है।
- अगर चाहे तो सिजेंटा की अस्मिता।
- क्लाउस की अनुष्का।
- सेमिनस की अभिषेक भी लगा सकते हैं।