इस फसल की खेती में एकबार इन्वेस्टमेंट करने के बाद कई सालों तक ताबड़तोड़ मुनाफा होता है ये फसल की खेती किसानों को एक लिए एक लाभदायक व्यवसाय है। तो चलिए इसकी खेती के बारे में जानते है।
ये खेती से किसानों को बना देगी धनवान
इस फसल की खेती किसानों के लिए बहुत लाभकारी और अंधाधुन मुनाफा कराने वाली होती है इसके तेल की डिमांड बाजार में बहुत देखने को मिलती है इसकी खेती भारत में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, और केरल जैसे राज्यों में ज्यादा तर होती है। इसकी खेती में एकबार की लागत लगाने के बाद आप कई सालों तक अच्छा मुनाफा कमा सकते है। हम बात कर रहे है पाम ऑयल की खेती की जिसे ताड़ की खेती भी कहा जाता है ये एक महत्वपूर्ण कृषि व्यवसाय है।

पाम ऑयल की खेती
अगर आप पाम ऑयल की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती से जुडी जानकारी होनी चाहिए जिससे खेती करने में परेशानी नहीं होती है। पाम ऑयल की खेती के लिए जल निकासी वाली लाल मिट्टी, काली मिट्टी और बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। इसकी खेती के लिए तापमान 29-33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 22-24 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए। इसके पौधों को पहले बीज के द्वारा नर्सरी में तैयार किया जाता है फिर खेत में रोपाई की जाती है। इसके पौधों को 9 मीटर की दूरी पर पंक्तिबद्ध रूप से लगाया जाता है रोपाई के बाद पाम का पेड़ करीब 3 साल में फल देना शुरू कर देता है।
कितनी हो सकती है आमदनी
पाम ऑयल की खेती से बहुत जबरदस्त ताबड़तोड़ कमाई और उपज देखने को मिलती है पाम ऑयल की मांग दुनिया भर में बहुत अधिक होती है क्योकि इसके तेल का उपयोग कॉस्मेटिक्स, साबुन, और बायोडीजल जैसे विभिन्न औद्योगिक उत्पादों में किया जाता है एक एकड़ में पाम ऑयल की खेती करने से करीब 100-120 क्विंटल की पैदावार होती है इसकी खेती से 2.5 लाख से 3 लाख तक की कमाई हो सकती है।