DAP या नैनो DAP कौन-सी खाद किसानों के लिए ज्यादा फायदेमंद है, किस से उन्हें अधिक उपज मिलेगी, किसमें लागत कम आएगी चलिए इस लेख में पूरी जानकारी लेते हैं-
अधिक पैदावार के लिए खाद का इस्तेमाल
अधिक उत्पादन लेने के लिए किसान फसलों में समय-समय पर खाद डालते हैं। जिसमें ज्यादातर किसानों के जुबान पर डीएपी का ही नाम होता है। DAP खाद किसान अधिक उपज ले पाते हैं। लेकिन आपको बता दे की नैनो DAP, DAP से कम नहीं है। बल्कि अधिक बेहतर साबित हो रही है। वह किसानों के लिए कई तरीके से फायदेमंद है। यही वजह है कि सरकार भी नैनो डीएपी का इस्तेमाल करने के लिए किसानों को सलाह दे रही है तो चलिए आपको बताते हैं कि डीएपी और नैनो डीएपी में कौन सी बेहतर है दोनों की कीमत में क्या अंतर है कौन सी किसानों को खाद सस्ती पड़ेगी।
डीएपी या नैनो डीएपी
डीएपी और नैनो डीएपी में कई बड़े अंतर है। डीएपी खाद दानेदार खाद होती है जबकि नैनो डीएपी एक लिक्विड यानी कि तरल खाद है। डीएपी मिट्टी के उर्वरक शक्ति को धीरे-धीरे कमजोर कर रही है। मिट्टी को खराब कर रही है वहीं नैनो डीएपी की बात करें तो इसके इस्तेमाल से खेत की उर्वरक शक्ति कम नहीं होती। नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है। मगर डीएपी खेत को बंजर कर रही है। जिससे किसानों को आने वाले समय में बड़ी समस्या देखने को मिल सकती है। इसलिए किसान नैनो डीएपी का इस्तेमाल कर सकते हैं। कम से कम मिट्टी में किसी तरह का नकारात्मक प्रभाव नहीं दिखेगा।
नैनो डीएपी में भी नाइट्रोजन फास्फोरस जैसे पोषक तत्व होते हैं। इसमें नाइट्रोजन 8% और 16% फास्फोरस रहता है। नैनो डीएपी बड़े ही आसानी से बीजों के सतह पर चिपक जाते हैं। जिससे फसल को शुरुआत से ही पोषण मिलता है। नैनो डीएपी की सबसे खास बात यह भी है कि यह पर्यावरण के अनुकूल है प्रदूषण कम करने में किसानों की मदद करेगी। नैनो डीएपी का भार भी कम होता है। एक बोतल जितनी होती है जिसे आसानी से किसान उठाकर दूसरी जगह रख सकते हैं इस्तेमाल कर सकते हैं। नैनो डीएपी से बीज का उपचार कर सकते हैं, पत्तियों में छिड़क सकते हैं यानी कि कई तरीके से यह किसानों के लिए फायदेमंद है।
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नैनो डीएपी या डीएपी, कौन-सी सस्ती है ?
नैनो DAP सिर्फ किसानों के लिए अन्य फायदे नहीं रखती है बल्कि लागत भी कम करती है। जी हां आपको बता दे की नैनो डीएपी ₹600 में 600 एमएल मिलती है। जबकि DAP खाद की बात करें तो 1350 रुपए में पड़ती है। लेकिन डीएपी का इस्तेमाल किसान लंबे समय से करते आ रहे हैं। जिसकी वजह से इसके प्रति वह जागरुक है। लेकिन नैनो डीएपी के बारे में सभी किसानों को नहीं पता है। नई चीज होने पर बहुत से किसान इसे इस्तेमाल करने में हिचकिचा रहे हैं। लेकिन कृषि विशेषज्ञ का कहना है कि नैनो डीएपी का इस्तेमाल किसानों को करना चाहिए। इस्तेमाल करने पर उन्हें इसके फायदे समझ आएंगे।