ये ठंडी खाद तोरई की बेल में तोरई की पैदावार बढ़ाने के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होती है क्योकि इसमें बहुत ज्यादा मात्रा में पोषक तत्व के गुण होते है जो पौधे में फूल झड़ने सूखने की समस्या को भी खत्म करते है तो चलिए विस्तार से जानते है कौन सी खाद है।
अनगिनत तोरई से लद जाएगी बेल
तोरई के पौधे में कई बार फूल तो अधिक मात्रा में आते है लेकिन गर्मी के प्रभाव से सुख जाते है और झड़कर नीचे गिर जाते है। आज हम आपको कुछ चीजों से बनी एक ऐसी खाद के बारे में बता रहे है जो तोरई के पौधे के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होती है इस खाद को आप अपने घर में ही आसानी से पौधे के लिए तैयार कर सकते है इसमें मौजूद पोषक तत्व पौधे को पोषण देते है जिससे पौधे में फूल नहीं झड़ते और फल स्वस्थ और अच्छे उगते है। तो चलिए जानते है कौन सी खाद है।

तोरई के पौधे में डालें ये खाद
तोरई के पौधे में डालने के लिए हम आपको केले के छिलके की मल्चिंग और गोबर के उपले, राख, नीम की खली, चाय पत्ती, और एप्सम सॉल्ट से बनी लिक्विड खाद के बारे में बता रहे है केले के छिलके में भरपूर मात्रा में पोटेशियम, कैल्शियम, मेग्नेशियम होता है जो पौधे में फूलों उपज को बढ़ाता है और फूल झड़ने की समस्या को कम करता है पौधे में केले के छिलके की मल्चिंग करने से मिट्टी में नमी बनी रहती है और धूप का सीधा असर जड़ों में नहीं पड़ता है। गोबर के उपले और राख मिट्टी को उपजाऊ बनाते है नीम की खली पौधे में जैविक कीटनाशक का काम करती है चाय पत्ती में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व होते है जो पौधे की वृद्धि के लिए आवश्यक होते है। चाय पत्ती मिट्टी की संरचना को बेहतर बनाने और जल धारण क्षमता को बढ़ाने में मदद करती है एप्सम सॉल्ट में मुख्य रूप से मैग्नीशियम और सल्फर पोषक तत्व होते है। ये पौधे में फलों की उपज को कई गुना मात्रा में बढ़ता है।
कैसे करें उपयोग
तोरई के पौधे में केले के छिलके की मल्चिंग और गोबर के उपले, राख, नीम की खली, चाय पत्ती, और एप्सम सॉल्ट से बनी लिक्विड खाद का उपयग बहुत ज्यादा उपयोगी और लाभकारी साबित होता है इसका उपयोग करने के लिए एक लीटर पानी में गोबर के उपले का छोटा टुकड़ा, एक मुट्ठी राख, एक मुट्टी नीम की खली, एक चम्मच चाय पत्ती, और एक चम्मच एप्सम सॉल्ट को डालकर रात भर भिगोकर रखना है फिर इस पानी को छानकर उसमे एक लीटर पानी ओर मिलकर तोरई के पौधे की मिट्टी में डालना है। ऐसा करने से पौधे को भरपूर पोषण मिलेगा जिससे पौधे में अनगिनत स्वस्थ तोरई आएगी।

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