मशरूम की खेती किसान छोटी-सी झोपड़ी से भी कर सकते हैं, और बड़ा कारोबार खड़ा कर सकते हैं। चलिए किसान संतोष कुमार सिंह की सफलता की कहानी बताते है-
किसान का परिचय
लाखों का कारोबार खड़ा करने के लिए जरूरी नहीं है कि हाथों में लाखों रुपए हो, कम लागत में भी बड़ा व्यवसाय खड़ा किया जा सकता है। छोटी-सी शुरुआत से बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है। जैसे कि किसान संतोष कुमार सिंह आज मशरूम की खेती से पैसा और नाम दोनों कमा रहे हैं। किसान रोहतास जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें मुख्यमंत्री कृषि विभाग और डीएम से कई तरह के पुरस्कार मिल चुके हैं। 2025 में उन्हें करीब पांच पुरस्कार मिले हैं। कई सारे उन्हें प्रशस्ति पत्र भी मिल चुके हैं। वह अन्य किसानों को मशरूम की खेती से कमाई की ट्रेनिंग भी देते हैं।
2014 में उन्होंने डेहरी के आत्मा प्रशिक्षण केंद्र से मशरूम की खेती करने का प्रशिक्षण लिया था। जिसके बाद आज वह इस मुकाम पर है। यानी कि किसी भी काम को करने से पहले उसके बारे में प्रशिक्षण लेना चाहिए। अच्छी जानकारी होगी तभी सफलता मिलेगी। प्रशिक्षण के पूरे होने के बाद उन्हें 50 बैग मशरूम उत्पादन करने के लिए मिले थे। जिससे उन्होंने मशरूम की खेती की नीव रखी थी और आज उनका बड़ा कारोबार है तो चलिए इसके बारे में जानते हैं।
मशरूम से बनाते हैं मिठाई और आचार
मशरूम की सब्जी के बारे में तो सभी ने सुना होगा, लेकिन आपको बता दे कि संतोष कुमार सिंह मशरूम से मिठाई और आचार भी बनाते हैं। दरअसल, उन्होंने 50 बैग से शुरुआत की लेकिन अब 1500 बैग से मशरूम का उत्पादन करते हैं। जिससे मांग से ज्यादा उत्पादन होता है और उपज की अच्छी कीमत प्राप्त करने के लिए उन्हें उन्होंने उसे सूखाने का तरीका निकाला। सुखाकर पाउडर बनाकर उससे मिठाइयां बनाते हैं और बाकी बचे का अचार बना देते हैं। जिससे लंबे समय तक इस स्टोर कर सकते हैं।
जिससे इसकी उचित कीमत पर बिक्री कर सकते हैं। मशरूम सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इसलिए हर रूप में इसे खाना लोग पसंद करते हैं। मशरूम से वह विभिन्न प्रकार की मिठाई या बनाते हैं। जिससे लोग आकर्षित होते हैं, जैसे कि मशरूम का रसगुल्ला, पेड़ा, लड्डू आदि। यह सब पोषक तत्व से भरा होता है जिससे शरीर की कमजोरी दूर होती है।

मशरूम की खेती की फ्री में ट्रेनिंग
मशरूम की खेती करना आसान है। लेकिन अगर इसकी खेती का तरीका सीखने के लिए लोग ट्रेनिंग ले लेते हैं तो नुकसान नहीं होगा। जिसमें संतोष कुमार सिंह खुद अभी तक 250 से ज्यादा किसानों को मशरूम की खेती का तरीका सिखाया है। संतोष कुमार सिंह दरअसल रवि मशरूम केंद्र चलाते हैं। यह उनकी अपनी कंपनी है जिसमें वह लोगों को प्रशिक्षण भी देते हैं। ज्यादा से ज्यादा किसान उनसे जुड़ते हैं मशरूम की खेती के बारे में सीखते हैं।
₹500 में कर सकते हैं मशरूम की खेती
मशरूम की खेती कमाई का एक ऐसा विकल्प है जिसमें लागत बेहद कम आती है। अगर छोटी शुरुआत करना चाहते हैं तो पहले अपने घर पर मशरूम ऊगा कर देख सकते हैं। अगर यह काम अच्छा लगे तो उसे बड़ा भी कर सकते हैं। जिसमें संतोष कुमार सिंह बताते हैं की ओएस्टर मशरूम की खेती को ₹500 के बीज से शुरू किया जा सकता है। मशरूम की खेती के लिए किसी बड़े खेत या तामझाम की जरूरत भी नहीं होती एक छोटे से कमरे से मशरूम की खेती की जा सकती है।