MP की छात्रा ने किसानों के लिए किया अद्भुत आविष्कार, सालों तक गेहूं में नहीं लगेंगे कीड़े, जानिए क्यों मिला इनाम

On: Monday, May 12, 2025 11:00 AM
गेहूं को खराब होने से बचाने वाली डिवाइस

अगर गेहूं में कीड़े लगने या सड़ने की समस्या है तो आइए आपको MP के एक छात्रा के अद्भुत आविष्कार के बारे में बताते हैं, जिससे गेहूं को सुरक्षित रखा जा सकता है-

गेहूं खराब होने की समस्या

इस समय किसान गेहूं को स्टोर करने में लगे हुए हैं, लेकिन गेहूं खराब होने की समस्या से सभी किसानों और लोगों को जूझना पड़ता है, जिसमें यह समस्या मध्य प्रदेश के सागर के एक छात्रा के घर भी आई, छात्रा ने देखा कि बहुत सारा गेहूं खराब हो गया है, उसमें कीड़े लग गए हैं और खराब गेहूं खाने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है, ऐसे में छात्रा ने कुछ करने के इरादे से एक ऐसी डिवाइस बनाई जिससे गेहूं को सुरक्षित रखा जा सकता है, उसे कीड़ों से बचाया जा सकता है, उसे खराब होने से बचाया जा सकता है, तो आइए आपको इस डिवाइस के बारे में बताते हैं।

गेहूं को खराब होने से बचाने वाली डिवाइस

कुछ दिन पहले हमने आपको गेंहू सुरक्षित रखने के कुछ जुगाड़ के बारे में बताया है, लेकिन आज आपको एक ऐसी डिवाइस के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे मध्य प्रदेश के सागर जिले की बाल वैज्ञानिक दिशा ने बनाया है। दिशा 9वीं क्लास में पढ़ती हैं और इतनी छोटी सी उम्र में उन्होंने एक कमाल का उपकरण बनाया है, जो अनाज को खराब होने से बचाएगा। इस उपकरण का नाम है अन्नपूर्णा बॉक्स फूड सेफ्टी।

दरअसल, यह एक कंटेनर है जिसमें छात्रा ने एक उपकरण लगाया है जिसमें कंटेनर के अंदर थर्मामीटर जैसे उपकरण लगे हैं और बाहर एक स्क्रीन लगी है जो दिखाती है कि कंटेनर के भीतर का तापमान क्या है और उसके हिसाब से आप गेहूं को सुरक्षित रख सकते हैं। जी हां, अगर गेहूं को एक तापमान पर रखा जाए तो गेहूं खराब नहीं होता और उस पर कीड़े भी नहीं लगते।

यह भी पढ़े- किचन में रखी ये 4 चीजें चावल को घुन और सफेद कीड़ों से बचाएंगी, आप सस्ते दाम में महंगे चावल बचा सकते हैं, एक भी पैसे का नुकसान नहीं होगा

उपकरण बनाने में लागत

किसानों की मदद के लिए आजकल कई आधुनिक कृषि यंत्र आ गए है। जिसमें एक छोटा सा उपकरण छात्रा ने बनाया गया है जिसकी वजह से लागत थोड़ी ज्यादा है। बताया जा रहा है कि अगर अन्नपूर्णा बॉक्स फूड सेफ्टी को बड़े साइज का बनाया जाए तो लागत कम हो सकती है। जिसमें छात्रा का कहना है कि इस पर करीब ₹2000 का खर्च आया है लेकिन इससे लाखों की फसल बच सकती है इस तरह आप देख सकते हैं कि आजकल के बच्चे भी किसानों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं।

यह भी पढ़े- किसानों को मिल रहा है मुफ्त में बीज और प्रशिक्षण, सरकार दे रही है खेती के लिए 24 हजार रु, इन 3 दस्तावेजों के साथ करना होगा आवेदन

Leave a Comment