गेहूं की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकार करती है जिसके लिए किसानों को पंजीयन करना होगा। पंजीयन की तारीख सरकार ने घोषित कर दी है तो चलिए जानते हैं कब से शुरू हो रहा है रजिस्ट्रेशन-
गेहूं की MSP पर खरीदी
गेहूं की खेती मध्य प्रदेश के ज्यादातर किसान करते हैं। गेहूं की खरीदी भी सरकार MSP पर करती है। ताकि किसानों को गेहूं की खेती में नुकसान ना हो। गेहूं की अच्छी कीमत किसानों को मिले। लेकिन MSP पर गेंहू की खरीदी को लेकर कुछ नए नियम भी समय के साथ आते रहते हैं। जिसमें अब आपको पता है कि गेहूं की गुणवत्ता परखने के लिए मशीन लगेगी। अगर गेहूं बढ़िया क्वालिटी का नहीं हुआ तो गेहूं खरीदी पर अंकुश लगेगा।
इसके अलावा समितियां को मिलने वाली कमिशन राशि भी बढ़ाई जाएगी। गेंहू की खरीदी के लिए 4 हजार उपार्जन केंद बनाये जा रहे। तो चलिए सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि गेहूं की बिक्री किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर करना चाहते हैं तो पंजीयन कब से कराएं और गेहूं के गुणवत्ता कैसे चेक की जाएगी।
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इस तारीख से पंजीयन होगा शुरू
मध्य प्रदेश के गेहूं के किसानों को बता दे की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की बिक्री करने के लिए उन्हें ऑनलाइन पंजीयन कराना होगा। जिसमें पंजीयन 20 जनवरी से शुरू होगा। सरकार गेहूं की खरीदी MSP पर करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी की जानकारी खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत द्वारा बुधवार को दिया गया। इस बैठक में केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रहलाद जोशी भी रहे।
जिसमें केंद्रीय मंत्री जोशी जी वर्चुअल रूप से बैठक में शामिल हुए थे। इसमें किसानों को कई तरह की जानकारी दी गई है, जैसे कि गेहूं की गुणवत्ता को लेकर तो चलिए आपको बताते हैं किन गेहूं की खरीदी पर लगेगा अंकुश।
इन गेहूं की नहीं होगी खरीदी
गेहूं की बिक्री करने वाले किसानों के लिए यह जरूरी खबर है कि सभी प्रकार के गेहूं के खरीदी नहीं होगी। वह गेहूं जो खराब होंगे उन पर अंकुश लगा दिया जाएगा। दरअसल उपार्जन केन्द्रो में गेहूं की मैकेनाइज्ड क्लीनिंग के लिए मशीन लगाई जाएगी। जिसमें जो गेहूं खराब समझ में आएगा उसपर अंकुश लगा दिया जाएगा यानी कि उसकी खरीदी नहीं होगी।