मध्य प्रदेश में गेहूं की कीमत लगातार बढ़ रही है। जिसके बाद अगर किसानों को MSP से अधिक बाजार में गेहूं की कीमत मिलेगी तो किसान समर्थन मूल्य पर गेहूं की बिक्री क्यों करेंगे, यानी कि सरकार को गेहूं के कीमतें बढ़ानी पड़ सकती है, तो चलिए जानते हैं क्या बढ़ेगी MSP ?
क्या बढ़ेगी गेहूं की MSP ?
गेहूं की खेती के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी कि MSP पर गेहूं की खरीदी करती है। जिससे किसानों को गेहूं का उचित मूल्य मिल सके। लेकिन मध्य प्रदेश में भी गेहूं की कीमतें लगातार बढ़ रही है। गेहूं के साथ-साथ आटे की कीमत भी बढ़ रही है। जिससे किसानों को तो फायदा ही हो रहा है लेकिन बाजार में अगर गेहूं की कीमत अधिक मिलेगी तो किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की बिक्री क्यों करेंगे, क्योंकि कीमतें एमएसपी से भी ऊपर जा रही हैं।
जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अगर सरकार गेहूं खरीदी करना चाहेगी तो उसके लिए उन्हें एमएमसी बढ़ाना पड़ेगा। यह सरकार की मजबूरी बन सकती है तो चलिए आपको बताते हैं इस बार गेहूं की कीमत कितनी किसानों को मिलेगी और गेहूं के अभी बाजार में भाव क्या चल रहे हैं।
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30 से 38 रुपए किलो गेहूं
गेहूं की बढ़ती कीमतें किसानों को फायदा दिला रही है, पुराना गेहूं 30 से लेकर ₹38 किलो तक बाजार में बिक रहा है। जिससे कि गेंहू खेती करने वाले किसानों को बेहद खुशी भी है। लेकिन सामान्य जनता को गेहूं की बढती कीमतों से महंगाई का सामना करना पड़ रहा है। आपको बता दे कि गेहूं की कीमत उसकी क्वालिटी के आधार पर 30 से लेकर ₹38 किलो तक पहुंच रही है।
वहीं आटे की बात करें तो 45 से ₹50 किलो आटा बिक रहा है। सामान्य आटा ₹40 तक बिक रहा है। इस हिसाब से गेहूं और आटे के भाव अभी ऊपर चल रहे हैं। जिससे किसानों को अगर MSP अधिक नहीं मिली तो वह बाजार में गेहूं की बिक्री करना ज्यादा सही मानेंगे।
गेहूं के MSP रेट
मध्य प्रदेश में गेंहू की MSP की बात करें तो सरकार ने इस साल 125 क्विंटल बोनस देने का ऐलान किया है। गेंहू की कीमत किसानों को 2425 प्रति क्विंटल मिल सकती है। लेकिन अगर बाजार में कीमत इससे अधिक हुई तो किसानों को MSP में घाटा नजर आएगा। इसलिए सरकार MSP बढ़ाने का भी सोच सकती है। लेकिन आपको बता दे कि जब बाजार में नया गेहूं आएगा तो कीमत में गिरावट देखने को मिल सकती है। जिसके बाद बाजार में कीमत कम हो सकती है। तब किसान एमएससी पर बिक्री कर सकते हैं। लेकिन अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है।