MP के 300 किसानों को निशुल्क मिला अदरक, हल्दी, तुलसी और अश्वगंधा के बीज, डाबर इंडिया जैसी नामी कंपनियों ने की खरीदी

On: Wednesday, December 10, 2025 11:58 AM
MP के किसानों को औषधीय खेती में मिली सफलता

MP के किसान पारंपरिक फसलों से हटकर औषधीय और मसाला फसलों की खेती करके अधिक पैसा कमा रहे हैं। उन्हें सरकार से निशुल्क बीज भी मिल रहा है।

MP के किसानों को औषधीय खेती में मिली सफलता

MP के कटनी जिले के दो ब्लॉकों में करीब 300 किसान हल्दी, अदरक, तुलसी और अश्वगंधा जैसी फसलों की खेती कर रहे हैं। बीते वर्ष उन्हें इस खेती में अच्छा-खासा मुनाफ़ा हुआ। इसलिए वे कह रहे हैं कि इस साल भी हम इसी खेती को जारी रखेंगे. पहले उनका मानना था कि यदि इस साल फायदा नहीं हुआ तो अगले साल वे फिर से पारंपरिक फसलें जैसे धान, गेहूं, सरसों आदि की खेती करने लगेंगे।

लेकिन औषधीय और मसाला फसलों से उन्हें अधिक लाभ हुआ। बताया जा रहा है कि डाबर इंडिया और सुहाना मसाला जैसी कंपनियां किसानों से उनकी फसलें खरीद रही हैं, क्योंकि तुलसी, अश्वगंधा जैसी औषधीय फसलों की डिमांड बहुत अधिक है। हल्दी और अदरक की भी रोजाना मांग बनी रहती है, इसलिए इनकी खेती में किसानों को अधिक फायदा मिल रहा है।

किसानों को कहां मिल रहा है निशुल्क बीज

पारंपरिक फसलों से हटकर नई खेती करने के लिए किसानों को सरकार प्रोत्साहित कर रही है, जिसके तहत उन्हें निशुल्क बीज दिया जा रहा है ताकि वे इस खेती की ओर आकर्षित हों। पर्यावरणविद एवं मानव जीवन विकास समिति के सचिव निर्भय सिंह के अनुसार राज्य शासन के कृषि विभाग, आत्मा, नाबार्ड और मानव जीवन विकास समिति के माध्यम से 300 किसानों को अदरक, हल्दी, तुलसी और अश्वगंधा के निशुल्क बीज वितरित किए गए हैं।

बीते साल भी किसानों को अश्वगंधा के निशुल्क बीज दिए गए थे, जिससे लगभग 25 एकड़ में खेती की गई थी। बाद में किसानों ने फसल को 25,000 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बेचा, जिससे उन्हें अच्छा खासा लाभ मिला। इस साल खेती का रकबा और बढ़ने तथा किसानों को और अधिक उत्पादन मिलने की संभावना है।

हल्दी और अदरक का उत्पादन कितना होगा?

जानकारी के अनुसार, इस साल हल्दी और अदरक का उत्पादन बढ़ने की संभावना है। हल्दी का उत्पादन 1500 से 1600 क्विंटल, अदरक का उत्पादन 500 से 600 क्विंटल की संभावना जताई जा रही है। इसके अलावा लगभग 100 किलो तक तुलसी की उपज होने की संभावना भी है।

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