मनी प्लांट बढ़ेगा सुपर स्पीड के साथ, एक चम्मच डालें ये जादुई चीज, पत्ते होंगे बड़े और हरे-भरे। चलिए जानें मनी प्लांट के बारें में कुछ जरूरी जानकारी।
मनी प्लांट का पौधा
मनी प्लांट लगाना बहुत ही आसान है। इसे ज़्यादातर लोग अपने घरों में लगाते हैं, कई लोग ऑक्सीजन बढ़ाने के लिए, तो कुछ सजावट के लिए तो कोई इसे पैसे खींचने वाला पौधा मानकर लगाते है। लेकिन वजह चाहे जो भी हो, हर कोई चाहता है कि उसके घर में लगा मनी प्लांट हरा-भरा और घना रहे और वो देखने में भी खूबसूरत लगे। तो चलिए आज जानते हैं कि मनी प्लांट कैसे हरा-भरा रहेगा और उसमें क्या-क्या डालना चाहिए ताकि मनी प्लांट से जुड़ी सारी परेशानियां दूर हो जाएं। तो सबसे पहले हमें ये जान लेना चाहिए कि मनी प्लांट को कहां रखना चाहिए, किस मिट्टी में लगाना चाहिए और उस चीज का क्या नाम है।
ऐसे रखें मनी प्लांट का पौधा
मनी प्लांट अगर बढ़ नहीं रहा या उसकी पत्तियां पीली पड़ रही तो इसके कई कारण हो सकते हैं। जिसमें एक कारण यह भी है कि उसे आपने रखा कहा है। जिसमें कुछ लोग तो घर के बाहर रखते हैं कुछ लोग घर के भीतर भी रखते हैं। अगर आपने घर के भीतर रखा है तो सप्ताह में एक दिन उसे धूप जरूर दिखाएं। जिसमें सुबह और शाम की धूप आप दिखा सकते हैं।
इसके अलावा पौधे में पानी भी सही समय पर देना चाहिए। जब मिट्टी सूख जाए तब आप उसमें पानी दे। ज्यादा पानी देने से भी पत्तियां पीली पड़ने लगती है। साथ ही आपको यह ध्यान रखना है कि मनी प्लांट के पौधे की पत्तियों में भी पानी को स्प्रे करना है लेकिन ज्यादा नहीं।
किस मिट्टी में लगाएं मनी प्लांट का पौधा
मनी प्लांट का पौधा हर मिट्टी में नहीं लगाए उसे रेतीली मिट्टी में लगाए। जिसमें अगर आप मिट्टी तैयार कर रहे हैं तो सामान्य मिट्टी के साथ-साथ उसमें 30% के करीब वर्मी कंपोस्ट और 40% रेत अगर आपके पास रेत नहीं है तो आपको कोकोपीट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे पानी की निकासी बढ़िया होती है। मनी प्लांट का पौधा लगाने के बाद अगर पत्तियां पीली पड़कर सूख रही है तो जो पत्तियां पीली पड़ती है उसे तुरंत तोड़कर अलग कर दें।
एक चम्मच डालें ये सफेद चीज
अब हम बात करेंगे मनी प्लांट के पौधे में ऐसी कौन-सी चीज डालें जिससे पौधा हरा भरा रहे तो आपको बता दे कि कई ऐसे उपाय है जिसमें से एक यह है कि आप दो लीटर पानी में 10 ग्राम के करीब मैग्नीशियम सल्फेट जिसे एप्सम सॉल्ट कहते हैं वह मिलाएं और एक नींबू निचोड़ लें। उसके बाद इस मिश्रण को अच्छे से घोलकर पौधे में छिड़क दें। आप इसे मिट्टी में भी डाल सकते हैं यह आप 10 से 15 दिन के अंतराल में दोहरा सकते हैं।