Mitti ke kido ke prakar: मिट्टी में कीड़े लग चुके है या मिट्टी को कीड़ों से बचाना चाहते है तो आइये जानें मिट्टी के कीड़े मारने के घरेलु उपचार-
मिट्टी में कीड़े
एक अच्छी स्वस्थ मिट्टी में भी पौधे लंबे समय तक चलते है। जिसमें खेती हो या बागवानी मिट्टी को कीड़ो से बचाना जरूरी है। अगर गार्डनिंग के शौकीन हैं, तो आप जानते होंगे कि गमलों में पौधे को हरा-भरा रखने के लिए सिर्फ पानी या धूप ही नहीं बल्कि और भी कई चीजों का ध्यान रखना आवश्यक होता है। सबसे पहले तो पौधा लगाते समय मिट्टी की जांच, मिट्टी उपजाऊ है या नहीं जैसे सवाल सामने होते हैं। इन सभी की देखभाल करने के बाद आती है एक और बड़ी समस्या और वह गमलों और मिट्टी में कीड़े लगने की समस्या। जिससे आगे नुकसान होता है।
वहीं कारण की बात करें तो मिट्टी में जब बहुत ज्यादा कई दिनों तक नमी और पानी जमा होता है तो गमलों और मिट्टी में कीड़े लग सकते हैं, लेकिन चिंता करने की जरुरत नहीं है क्योंकि पौधों की ग्रोथ के लिए आज आपको बताएंगे मिट्टी और गमलों से कीड़ों को हटाने के आसान तरीकों और दवाओं के बारे में। जिससे समस्या का समाधान जल्दी होगा।
मिट्टी के कीड़ो के प्रकार
कीड़ों के कई प्रकार है और उनके इलाज भी अलग-अलग है। जी हाँ पौधों की मिट्टी में सिर्फ एक नहीं बल्कि कई तरह कीड़े लग सकते हैं। जिनमें कुछ सामान्य हैं जैसे सफ़ेद मक्खी, थ्रिप्स, लाल मकड़ी माइट, लीफ माइनर्स, दीमक, मिलीबग, एफिड्स (काले कीड़े), कैटरपिलर, जैसिड, विवील्स और चींटी आदि। आइये इनके बारें में विस्तार से जानते है-
- ग्रब- यह कीड़े पौधों की जड़ों को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं।
- स्ट्रॉबेरी-रूट वीविल-यह कीड़े स्ट्रॉबेरी की जड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं।
- रूट-नॉट नेमाटोड- यह सूक्ष्म कीड़े होते हैं जो पौधों की जड़ों पर हमला करके उनमें गांठे बना देते हैं जिससे पौधों का विकास रुक जाता है।
- आर्मिवर्म (Armyworms)- यह कीड़े समूह में चलते हैं और पौधों को ऊपरी तौर पर उनकी पत्तियों को नुकसान पहुंचाते हैं फसल को खाने का काम करते हैं।
- एशियाई जंपिंग वर्म्स- यह आक्रामक प्रजाति के कीड़े होते हैं जो मिट्टी के तत्व को खा जाते हैं और फसल को कमजोर कर देते हैं।
ये सभी कीड़े मिट्टी के साथ-साथ पौधे की ग्रोथ में भी अड़चन का काम करते हैं और इनका इलाज जल्द से जल्द करना जरुरी होता है। जिसमें आइये सस्ता और खर्चीला दोनों उपाय जानते है।
मिट्टी से कीड़े भगाने के घरेलू तरीके
मिट्टी में रहने वाले कुछ कीड़े मित्र भी होते है। जिसमें केंचुए मिट्टी के मित्र कीट होते हैं जो मिट्टी को उपजाऊ बनाते हैं। यह मिट्टी के अंदर पोषक तत्वों को गतिशील बनाने का काम करते हैं। मिट्टी को भुरभुरा बनाते हैं। जी हाँ कुछ कीड़े मिट्टी के लिए खाद का काम करते हैं, इससे परेशान होने की जरुरत नहीं होती।
लेकिन कीड़ों की संख्या बहुत ज्यादा हो तो ये पौधे के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। शुरुआत में ये कीड़े मिट्टी में लगने के बाद पौधों की जड़ों को खाने लगते हैं, जिसकी वजह से पौधे सूख जाते हैं। तो आइये जानें इन कीड़ों को मिटाने के लिए कुछ घरेलु तरीके-
- मिट्टी को धूप दिखाएँ- सबसे आसान तरीका मिट्टी को धूप में रखना है। इन कीड़ों को मिटाने के लिए मिट्टी को धूप में सुखाएं, तेज धूप से कीड़े खत्म होंगे। जिसके बाद मिट्टी को छान लें। यह मिट्टी से कीड़े मारने का फ्री का जुगाड़ है।
- विनेगर का इस्तेमाल– अगर थोड़ी मिट्टी के कीड़े भगाने है तो विनेगर का इस्तेमाल कर सकते है। जिसमें गमले की मिट्टी में कीड़े हैं, तो एक बाल्टी पानी में 6 से 7 चम्मच विनेगर डालकर इसका घोल तैयार कर लें। अब मिट्टी पर इसका छिड़काव कर दें और 4-5 घंटों के लिए छोड़ दें। एक या दो दिन में मिट्टी उलट-पलट करके देखें आप पाएंगे की मिट्टी के कीड़े काफी हद तक कम हो गए हैं। लेकिन ज्यादा मिट्टी होने पर यह उपाय
- नीम के पत्तों का इस्तेमाल – नीम के कड़वे पत्ते भी आपकी मदद कर सकते है। नीम के पत्ते पौधों और मिट्टी से कीड़ों को मिटाने के लिए कारगर है। जिसमें नीम के पत्तों को सुखाकर पाउडर बना लें और जब भी पौधा लगायें तो मिट्टी में इस पाउडर को मिक्स कर दें। नीम के पत्तों में जो गुण होते हैं वे कीटनाशक का काम करते हैं। अगर पैसे खर्च करने है तो नीम की खली का इस्तेमाल करें।
- साफ़-सफाई का रखे ध्यान- मिट्टी को साफ़ रखकर भी उसे कीड़े लगने से बचाया जा सकता है। मिट्टी और गमलों में कीड़े लगने का कारण गमलों और उनके आसपास की गंदगी भी हो सकती है। कई बार बारिश के सीजन में मिट्टी के ऊपर काई जम जाती है, बाहरी कचरा गिर जाता है। इन वजहों से भी मिट्टी में कीड़े लग सकते हैं इसलिए आपको गमलों और गार्डन की साफ़-सफाई लगातार करती रहना चाहिए। मिट्टी के ऊपर गिरे पत्तो को ना हटाने से फंगस भी लग जाता है।
- साबुन का पानी– अगर घरेलू सस्ता उपाय चाहिए तो साबुन का पानी इस्तेमाल कर सकते है। आपने देखा होगा कि कई बार हमारे पौधों और मिट्टी बहुत छोटे और काले कीड़े लग जाते हैं। ये कीड़े पौधों का रस पीकर उनको सुखाने का काम करते हैं। यदि इन काले कीड़ों को ना भगाया जाये तो ये पौधे को बड़ी आसानी से सुखा सकते हैं। इन काले कीड़ों को भगाने के लिए आप साबुन के पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसके लिए सबसे पहले एक बाल्टी में साबुन को घोल लें और उस पानी का छिड़काव मिट्टी और पौधों पर करें। इसके अलावा कपूर, निम्बू के छिलके, निम्बू का रस, हल्दी और काली मिर्च का उपयोग करके भी इन काले कीड़ों को मिट्टी से भगा सकते हैं। यह भी असरदार होगा।
- नीम के पानी का स्प्रे– नीम के पानी का घोल बनाकर भी मिट्टी में डाला जा सकता है। जिसके लिए बत्तियों को पानी में उबाला जाता है। फिर उसका इस्तेमाल किया जाता है।

मिट्टी के कीड़े मारने के लिए दवा
अगर घरेलू उपाय काम नहीं करते तो मिट्टी में दवाई डाल सकते है। जिसमें मिट्टी में कीड़े मारने के लिए कई प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं। आइये कुछ सामान्य दवाएं के नाम जानें-
- फोरेट (Furadan): इसे प्रभावी कीटनाशक माना जाता है जो मिट्टी में कीड़ों को नियंत्रित करने की क्षमता रखता है।
- कार्बोफ्यूरान (Carbofuran): इसका इस्तेमाल भी कीटनाशक की तरह करते है यह मिट्टी में कीड़ों को मारने का काम करता है।
- डायमेथोएट (Dimethoate): इस कीटनाशक से मिट्टी के कीड़ों को नियंत्रित कर सकते है।
- क्लोरपाइरीफॉस (Chlorpyrifos): इस कीटनाशक से भी मिट्टी के कीड़ों को भगाया जा सकता है।
अगर आप दवाई डाल रहे है तो कुछ बातो का ध्यान रखें जैसे कि इन दवाओं का इस्तेमाल करने से पहले उनके निर्देशों का पालन करना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि आप उनका जिम्मेदार तरीके से उपयोग कर रहे हैं। आँख और मुँह को ढककर दवाई का छिड़काव करना चाहिए।
मिट्टी से सफ़ेद कीड़े कैसे हटाएँ
मिट्टी में अगर सफेद कीड़े है तो इसके लिए घबराएं नहीं। मिट्टी में सफ़ेद कीड़ों का लगना आम बात है। लेकिन आपको बता दे कि यह सफ़ेद कीड़े मिट्टी के उपजाऊ गुणों को खत्म करने, पौधों की वृद्धि को भी रोकने का काम करते हैं। यदि आपको मिट्टी में सफ़ेद कीड़े अधिक दिख रहे हैं तो इसे भगाने के लिए एस्पिरिन टैबलेट का डाल सकते हैं। सबसे पहले 1/4 बाल्टी पानी में दो एस्पिरिन टैबलेट्स को मिक्स कर दें और जब यह पूरी तरह से घुल जाये तो स्प्रे बॉटल की मदद से मिट्टी में इसका छिड़काव करें। यह असरदार होगा।
जिसमें सावधानी बरते है। बता दे कि एस्पिरिन के घोल को इस्तेमाल करते समय ध्यान रखें कि स्प्रे का छिड़काव सिर्फ मिट्टी में होना चाहिए पौधों पर नहीं और एस्पिरिन टैबलेट का इस्तेमाल अधिक न करें मात्रा केवल 2 टैबलेट्स की ही रखें। इस दवा का उपयोग करके आसानी से मिट्टी में लगे सफ़ेद कीड़ों को भगा सकते हैं। फिर मिट्टी ख़राब नहीं होगी।
पौधे के कीड़े मारने की दवा
मिट्टी के अलावा अगर पौधे में भी कीड़े लग गए हैं तो इसके लिए आप कुछ घरेलू उपाय कर सकते हैं जैसे कि नीम का तेल, साबुन का पानी आदि। इसके अलावा कुछ जैविक कीटनाशक भी आते हैं और रासायनिक कीटनाशक भी मिलते हैं। साथ ही घरेलू उपाय में लहसुन का स्प्रे कर सकते हैं। लहसुन को पानी में भिगोकर उसका घोल बनाकर पौधों पर छिड़क सकते हैं। नींबू के छिलके का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। यह पौधों के पास रखने से भी कीड़े दूर होते हैं।
वही डिश शॉप और तेल का मिश्रण, जिसमें 1 लीटर पानी में एक चम्मच डिश शॉप और आधा चम्मच वनस्पति का तेल मिलाया जाता है, और फिर पौधों पर स्प्रे किया जाता है। जिसमें पानी की धार तेज रखी जाती है जिससे पौधे में चिपके कीड़े निकल जाते हैं। वहीं नीम की पत्तियों को उबालकर ठंडा कर उस पानी को साफ पानी में मिलाकर भी पौधों पर छिड़का जाता है। इसे सप्ताह में एक बार करने से राहत रहती है।
नोट: इस लेख में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श लें। ताकि कोई असुविधा न हो।

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको ‘काम की खबर’ दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद