धान की खेती किसान नहीं कर सकते पानी की समस्या है तो बाजरा की खेती कर सकते हैं, कृषि विभाग द्वारा किसानों को अनुदान पर बीज दिए जा रहे हैं-
बाजरा की खेती में फायदा
बाजरा सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इसकी खेती में कई फायदे हैं। यह एक मोटा अनाज है, जिसे श्री अन्न की प्रमुख फसल माना जाता है। जिसमें आपको बता दे की प्रोटीन, विटामिन, कैल्शियम, फास्फोरस, मैंगनीज, बीकांप्लेक्स जैसे कई तरह के पोषक तत्व होते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट अत्यधिक मात्रा में होता है। यह शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। बाजरा की डिमांड समय के साथ बढ़ रही है, लोग सेहत के प्रति जागरूक हो रहे हैं।
यह मोटापा को नियंत्रित करता है, साथ ही डायबिटीज के मरीजों के लिए यह फायदेमंद है, हृदय के लिए भी लाभकारी है। राज्य सरकार एमएसपी पर खरीदी कर रही है, इसलिए किसानों को उचित कीमत भी मिलेगी।
बाजरा के बीजों पर अनुदान
बाजरा के बीज कृषि विभाग द्वारा सब्सिडी पर दिए जा रहे हैं। जिससे किसान कम खर्चे में बाजरा की खेती कर पाएंगे। जिसमें आपको बता दे की बाजार के शंकर प्रजाति 8684, एनबीएच 5929, संकुल प्रजाति जिससे 35 से 40 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन मिलता है। तथा बायो 8145 के बीज किसानों को सब्सिडी पर दिए जा रहे हैं। इस तरह किसान बाजरे की शंकर किस्म की खेती अनुदान पर कर सकते हैं। बुवाई से पहले किसान को बीज का उपचार करना चाहिए। जिससे भूमि जनित और बीज जनित रोग से बच पाएंगे। फसल बेहतर होगी।
लाभ लेने के लिए कहां करें संपर्क
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को बाजरा के बीजों पर अनुदान दिए जा रहे हैं। क्योंकि उत्तर प्रदेश के लगभग 29 जनपद में बारिश कम हुई है, इसलिए सरकार धान की खेती की जगह बाजरा की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर रही है मध्य अगस्त तक किसान बाजरा की खेती कर सकते हैं। जिसमें राजकीय कृषि विभाग द्वारा शंकर प्रजाति के बीज किसानों को अनुदान पर मिल रहे हैं। बाजरे की फसल लगभग 80 से 50 दिन में तैयार होगी।
जिससे अगस्त के मध्य तक अगर किसान खेती कर लेते हैं तो नवंबर मध्य तक कटाई हो जाएगी और रबी सीजन के लिए किसान खाली हो जाएंगे। इस तरह जिन किसानों को पानी की समस्या आ रही है तो उनके लिए बाजरा की खेती अच्छा विकल्प है।