किसान अगर बाजरे की खेती करना चाहते हैं तो चलिए आपको बताते हैं खेती का समय और सरकार से मिलने वाली कीमत-
बाजरे की खेती में फायदा
बाजरा सेहत के लिए फायदेमंद है, छोटे से लेकर बड़े किसानों के लिए भी इसकी खेती मुनाफे का सौदा है, बाजरा की खेती सूखा की स्थिति में कर सकते हैं। कम पानी की जरूरत होती है। बाजरा प्रोटीन, विटामिन, खनिज और ऊर्जा का स्रोत माना जाता है। इसमें कई तरह के पोषक तत्व होते हैं।
बाजरा की MSP
बाजरा के फायदे को देखते हुए सरकार बाजार की MSP पर खरीदी करती है। जिसमें बाजरा का न्यूनतम समर्थन मूल्य मध्य प्रदेश में 2775 रुपए प्रति क्विंटल है। आपको बता दे की यह समर्थन मूल्य खरीफ विपणन सीजन 2025-26 के लिए यह घोषित किया गया है।
बाजरा की खेती का समय
मध्य प्रदेश के किसान बाजरा की खेती जून और जुलाई के महीने में कर सकते हैं। जिसमें 20 जून से 10 जुलाई के बीच का समय बेहतर होता है। अगर आपके यहां बहुत ज्यादा बारिश होती है तो जुलाई के अंतिम सप्ताह तक भी लगा सकते हैं। जिन इलाकों में बारिश कम होती है वहां जुलाई की शुरुआत में लगा सकते हैं। यह फसल 90 दिन में तैयार हो जाती है। कृषि विशेषज्ञ का कहना है कि खेत में 20 से 30% नमी है, तो बाजरे की बुवाई कर सकते हैं।
जिन इलाकों में 25 से 30 मिली मीटर बारिश हुई है वहां भी बाजरे की बुवाई करने का समय सही है। मानसून की पहली बारिश होने के बाद खेत की जुताई करें, और बुवाई करें। आपको बता दे कि अधिकतर किसानों ने बाजरे की बुवाई कर दी है। लेकिन बारिश का इंतजार करने वाले किसान अभी भी बाजरा की खेती करेंगे।