टमाटर की खेती करते हैं तो चलिए आपको बताते हैं टमाटर की फसल के बीच में गधा और तुलसी लगाने से क्या फायदा होता है
टमाटर की खेती में मुनाफा
टमाटर की खेती में किसानों को मुनाफा होता है, टमाटर एक ऐसी फसल है जिसकी खेती से कभी-कभी किसान लाखों करोड़ों रुपए कमा लेते हैं एक ही सीजन में और कभी-कभी कीमत गिरने से नुकसान भी हो जाता है। लेकिन किसानों को अगर टमाटर की खेती से अच्छी फसल लेनी है, जिसकी गुणवत्ता बेहतर हो और रोग बीमारी कम आए, तथा खर्चा कम हो तो यहां पर आपको एक ऐसा तरीका बताया जा रहा है जिससे लागत कम कर सकते हैं, फसल को कीट और रोग से बचा सकते हैं साथ ही उत्पादन भी बढ़ा सकते हैं, जिससे मुनाफा अधिक होगा।
टमाटर के साथ गेंदा और तुलसी
टमाटर की फसल के बीच में तुलसी और गेंदा के पौधे लगाने के तीन फायदे जाने-
- टमाटर की खेती में किसानों को फसल में लगने वाले कीट और रोग की समस्या देखने को मिलती है। लेकिन अगर किसान बीच-बीच में तुलसी और गेंदा लगा देते हैं तो इसकी तीव्र सुगंध हानिकारक कीटों को दूर करती है। यह फसल को कीटो से बचाती है। अगर बीच-बीच में गेंदा और तुलसी लगा देंगे तो टमाटर की तरफ कीड़े नहीं आएंगे। गेंदा में ऐसे गुण होते हैं जो जड़ों में लगने वाले कीड़ों को भगाते हैं। यह प्राकृतिक कीटनाशक का भी काम करते हैं। क्योंकि इसकी जड़े ऐसा रसायन छोड़ते है कि हानिकारक कीट और फंगस दूर रहते हैं। तथा गेंदा के फूलों से परागण होता है, क्योकि मधुमक्खी खेत की तरफ आकर्षित होती हैं।

- गेंदा और तुलसी टमाटर की खेत में लगाने से रासायनिक दवावों का खर्चा कम हो जाता है। जिससे लागत कम होती है। फूलों की वजह से उत्पादन बढ़ सकता है। फलों की संख्या में वृद्धि हो सकती है।
- इस तरह की खेती को सहफसली पद्धति कहा जाता है। जिससे भूमि की उर्वरता में बढ़ोतरी होती है। जल संरक्षण होता है। इसके अलावा किसान अगर बड़े पैमाने पर इस तरह की खेती करते हैं तो आमदनी में वृद्धि होती है, क्योंकि इससे अलग से कमाई कर सकते हैं।