इस समय मक्का लगाने वाले किसानों बीज के लिए 4 हजार रु तक की सब्सिडी दे रही सरकार, बीज-खाद का अलग से होगा हिसाब। चलिए जानें किन-किसानों को हो रहा फायदा।
मक्का की खेती
खरीफ सीजन में भी किसान मक्के की खेती करते हैं। लेकिन इस बार सरकार किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए मकई के बीज पर सब्सिडी दे रही है। जिसमें आपको बता दे की 40 किलोग्राम तक मक्के के बीज पर सब्सिडी देगी। जिसमें ₹100 प्रति किलो सब्सिडी जाएगी। यानी कि सरकार किसानों को मक्के की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है, तो चलिए जानते हैं किस राज्य सरकार द्वारा किसानों को मक्के की खेती में सब्सिडी दी जा रही है और इसकी वजह क्या है।
क्योंकि सरकार बीज के साथ-साथ खाद पर भी सब्सिडी दे रही है। जी हां आपको बता दे की खाद और कीटनाशक का इस्तेमाल करने पर भी किसानों को ₹6000 प्रति हेक्टेयर के हिसाब से राशि दी जाएगी। तो चलिए जानते हैं किन किसानों को यह लाभ हो रहा है।
मक्का के बीज पर सब्सिडी
दरअसल, पंजाब कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा प्रदेश के किसानों को यह लाभ मिल रहा है। जिसमें खरीफ के सीजन में मक्के की खेती करें। इसीलिए मकई के बीज, खाद के साथ कीटनाशक खरीदने में भी मदद की जाएगी। जिसमें आपको बता दे की मक्का के संकर किस्म के बीजों पर सब्सिडी दी जा रही है। जो किसान 1 किलोग्राम संकर के मक्का बीज खरीदेंगे उन्हें ₹100 की सब्सिडी। मिलेगी इसमें 5 एकड़ तक की जमीन में लाभ मिलेगा जिसमें जिसके लिए 40 किलोग्राम तक बीज दिए जाएंगे।
क्योंकि सरकार मक्का की खेती के 4700 हेक्टेयर से ज्यादा की भूमि पर करना चाहते हैं। क्योंकि सरकार चाहती है कि इस साल पिछले साल से दो गुना मक्के की खेती की जाए। तो चलिए जानते हैं जो किसान इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं वह आवेदन कैसे करेंगे।
कैसे मिलेगा लाभ ?
अगर आप पंजाब के रहने वाले हैं और इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आवेदन करना बेहद आसान है। कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड़ियां ने किसानों को यह जानकारी दी है कि उन्हें यह पैसा सीधे उनके खाते में मिल जाएगा। इसके लिए उन्हें ऑनलाइन पोर्टल agrimachinerypb.com पर जाकर आवेदन करना पड़ेगा। जिससे बढ़िया क्वालिटी का बीज खरीद कर सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं।
पानी की कमी से सरकार ने उठाया कदम
खेती किसानी में पानी का महत्वपूर्ण स्थान होता है। बिना पानी की खेती में बढ़िया उत्पादन प्राप्त करना संभव नहीं है, और पंजाब में भूजल स्तर घटता ही जा रहा है। यही वजह है कि सरकार खरीफ के सीजन में मक्के की खेती को प्रोत्साहित कर रही है। क्योंकि अगर इस समय किसान धान की खेती करेंगे तो उसमें ज्यादा पानी की आवश्यकता होगी। लेकिन पानी की कमी और ज्यादा ना हो इसके वजह से सरकार चाहती है कि मक्के की खेती हो। इसमें कम पानी की आवश्यकता होगी।