मछली पालन कमाई का एक अच्छा विकल्प है, मछली की डिमांड हमेशा बनी ही रहती है, तो चलिए आपको मछली पालन के बारे में संपूर्ण जानकारी देते हैं-
मछली पालन कैसे करें
मछली पालन से अच्छा मुनाफा लेने के लिए मछली पालन कैसे करें इसके बारे में जानकारी होनी चाहिए। जिसके लिए सबसे पहले तालाब की आवश्यकता होती है। आजकल तो टैंक में भी मछली का पालन किया जा सकता है। जिसके लिए प्लास्टिक टैंक आते हैं, सरकार टैंक पर भी सब्सिडी देती है, इसके अलावा तालाब पर भी सरकार की तरफ से सब्सिडी ,लोन आदि दिए जाते हैं। मछली पालन के लिए यह भी पता होना चाहिए कि पालन के लिए कौन सी मछली बेस्ट होती है। किसकी डिमांड सबसे ज्यादा होती है। किसका वजन कम समय में अधिक बढ़ता है, और किस मछली का स्वाद सबसे बेहतर होता है तो चलिए नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार जानते हैं मछली पालन कैसे करें-
- तालाब में मछली पालन कर रहे हैं तो मिट्टी का ध्यान रखें, की मिट्टी कैसी है, मछली पालन के लिए बढ़िया है या नहीं।
- इसके अलावा पानी की बढ़िया व्यवस्था होनी चाहिए। ताकि लगातार तालाब या टैंक में पानी बना रहे।
- तालाब में मछलियों को खाने के लिए भोजन की आवश्यकता पड़ती है। जिसके लिए एक निश्चित समय में जैसे कि हर महीने गोबर की खाद डालें। इसके अलावा 75 किलो तक एमपी खाद भी डाल सकते हैं। इससे भी मछलियों का चारा तैयार हो जाता है।
- किसानों को मछली पालन में यह भी ध्यान रखना है कि तालाब के पानी के स्तर को समय पर बदलते रहे।
- सबसे पहले किसान तालाब खोद देंगे और उसमें पानी भरकर मछली के बच्चे डालते हैं।
- मछली का पालन सीमेंटेड टैंक, प्लास्टिक टैंक या धान के खेतों में भी कर सकते हैं।

मछली पालन में कमाई
मछली पालन में अच्छी खासी कमाई की जा सकती है लेकिन उसके लिए ध्यान रखें कि आपके मंडी में कौन सी मछली की डिमांड ज्यादा है, इसकी कीमत अधिक मिलेगी, उसका पालन करें। बिहार के अररिया जिले के किसान है जिनका नाम बबलू कुमार झा है। वह करीब 20 सालों से मछली पालन कर रहे हैं वह बताते हैं की मछली पालन से उन्हें अच्छा फायदा होता है। एक सीजन में वह मछली पालन से 1 से ₹200000 तक कमा लेते हैं। वह बताते हैं कि आसपास की मंडी में ही और मछली की बिक्री कर देते हैं। क्योंकि डिमांड हमेशा बनी रहती है। आसपास के सभी लोकल मार्केट में और मछलियां पहुंचाते हैं और कुछ खरीदार रहते हैं जो उनके पास आकर लेकर जाते हैं। व्यापारी भी उनसे लगातार संपर्क में रहते हैं। क्योंकि कई सालों से वह मछली पालन कर रहे हैं।
वह बंगाल से मछलियां लाकर पालन कर रहे हैं। इससे उन्हें बढ़िया आमदनी हो रही है। इसके अलावा बताया जाता है की मछली पालन से सालाना 5 से 6 लाख रुपए की कमाई की जा सकती है और यह अब आंकड़ा बढ़ भी गया है। 1 एकड़ के तालाब में अगर मछली पालन करते हैं तो 20 से 25 क्विंटल मछली उससे मिलती है। जिससे 5 लाख रुपए कमाई की जा सकती है।
मछली पालन के फायदे
मछली पालन से कई फायदे हैं यह कमाई का एक अच्छा जरिया है। किसान खेती के साथ-साथ मछली पालन भी कर सकते हैं तो कम लागत में मछली पालन की जा सकती है। मछली पालन से किसान से मछली की बिक्री ही नहीं अगर चाहे तो फेस ऑयल या अन्य प्रोडक्ट बनाकर भी बेंच सकते हैं। जिससे अधिक कमाई हो सकती है। मछली पालन से घर में सकारात्मक ऊर्जा भी आती है। तो वास्तु के अनुसार यह भी एक फायदा है। इसके अलावा मछली सेहत के लिए फायदेमंद होती है। इसमें प्रोटीन होता है। मछली से कैल्शियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, लोहा, सल्फर, जिंक, मैग्नीशियम, आयोडीन और मैंगनीज जैसे कई तरह के खनिज पदार्थ मिलते हैं तो इससे सेहत भी तंदुरुस्त रहेगी।

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मछली पालन ट्रेनिंग सेंटर
मछली पालन से अच्छी कमाई करनी है तो मछली पालन करना सीखना होगा। यानी की मछली पालन की ट्रेनिंग लेनी होगी। तभी किसी तरह का नुकसान नहीं होगा। मछली पालन अगर कोई बिना सीखे बिना ट्रेनिंग के लिए शुरू कर देते हैं तो उन्हें कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। जिसमें हो सकता है कि नुकसान उठाकर उन्हें सीख मिले। लेकिन अगर वह ट्रेनिंग ले लेंगे तो पहले ही इस काम में एक्सपर्ट हो जाएंगे और फिर उन्हें किसी तरह का नुकसान नहीं होगा। जिसके लिए आपको बता दे कि देश में गई संस्थान है। बिहार में भी कई संस्थान है। जहां पर मछली पालन के लिए ट्रेनिंग दी जाती है।
तो चलिए नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार पालन की ट्रेनिंग देने वाले संस्थान और जगह के नाम जाने। इसके अलावा आपको बता दें कि समय-समय पर सरकार योजनाएं भी लेकर आती है। जिसमें मछली पालन के लिए ट्रेनिंग दी जाती है।
- एक केन्द्रीय मात्स्यिकी शिक्षा संस्थान है जो, साल्टेक, कोलकाता में है।
- सेंट्रल इनलैंड फ़िशरीज़ रिसर्च इंस्टिट्यूट, बैरकपुर, कोलकाता।
- केन्द्रीय मत्स्यिकी शिक्षा संस्थान, काकीनाडा।
- केन्द्रीय मात्स्यिकी शिक्षा संस्थान, पावरखेडा।
- कॉलेज ऑफ़ फ़िशरीज़, ढोली, मुज़फ़्फ़रपुर।
- मत्स्य प्रशिक्षण एवं प्रसार केंद्र, मीठापुर, पटना।
- मछली पालन की ट्रेनिंग के लिए केन्द्रीय मीठा जल जीवनयापन अनुसंधानसंस्थान, कौशल्यागंगा, भुवनेश्वर में है।

मछली पालन के लिए लोन और फ्री ट्रेनिंग
मछली पालन करने के लिए सरकार से आर्थिक मदद ले सकते है। इसके लिए और कहीं से लोन लेने की जरुरत नही है। बता दे कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना केंद्र सरकार की योजना है।
जिसमें मछली पालकों को बिना गारंटी के 2 लाख तक का लोन मिल जाता है। जिससे भारी मदद हो जाती है। यह लोन 7 प्रतिशत के ब्याज दर पर मिलता है। इस योजना की शुरुआत सितंबर 2020 में की हुई थी। इसमें सिर्फ पैसे ही नहीं बल्कि फ्री ट्रेनिंग भी मिलती है। जिससे अच्छे से यह व्यवसाय शुरू कर सकते है।
पालन के लिए मछली की प्रजाति
मछली पालन के लिए आपको बढ़िया मछली का चुनाव करना चाहिए। जिसमें मंडी में जानकारी ले सकते हैं कि आपके आसपास की मछली की मंडी में कौन सी मछली की ज्यादा बिक्री होती है, किसकी अच्छी कीमत मिलती है। जिसमें तिलापिया, रोहू, कतला, कार्प, कैटफिश, झींगा आदि सभी मछली भी बढ़िया होती है।