मछली पालन का व्यवसाय करना चाहते हैं तो चलिए आपको एक सरकारी योजना के बारे में बताते हैं जिससे आर्थिक मदद हो जाएगी-
मछली पालन में कमाई
मछली पालन कमाई का एक अच्छा विकल्प है। मछली सेहत के लिए फायदेमंद होती है, बाजार में इसकी डिमांड भी रहती है, जिसके लिए बढ़िया मछली की वैरायटी का पालन करना चाहिए। इसीलिए सरकार भी किसानों को मछली पालन के लिए प्रोत्साहित कर रही है। आपको बता दे की एक एकड़ के तालाब में अगर मछली पालन किया जाता है तो 20 से 25 क्विंटल उत्पादन मिल जाता है जिससे 5 से 6 लाख रुपए की कमाई की जा सकती है तो चलिए आपको बताते हैं की मछली पालन से जुडी योजना के बारे में।
मछली पालन पर सब्सिडी
मछली पालन करने के लिए तालाब, मछली के बीज, पानी आदि की जरूरत पड़ती है। जिसमें भारी खर्च भी बैठता है। इसलिए सरकार मछली पालकों की आर्थिक मदद कर रही है और मत्स्य पालन को प्रोत्साहित कर रही है। क्योंकि इसमें मुनाफा है। आपको बता दे कि केंद्र सरकार की तरफ से मछली पालन के लिए लगभग 60% की सब्सिडी दी जा रही है। वहीं उत्तर प्रदेश राज्य सरकार की तरफ से मत्स्य पालन के लिए 40% की सब्सिडी जा रही है तो चलिए जानते हैं उत्तर प्रदेश की इस सब्सिडी योजना के बारे में।
मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना
मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना उत्तर प्रदेश सरकार की योजना है। जिसमें मछली पालको 40% सब्सिडी दी जाती है। इस योजना के तहत मछली पालन को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। जिसके लिए सरकार इस साल लगभग 100 मछली भी बैंक स्थापित करेगी और फिर इनकी संख्या में बढ़ोतरी होगी, आने वाले 5 सालों में करीब 500 मछली बीज बैंक बनाए जाएंगे। जिससे मछली पालको को बढ़िया किस्म की मछली मिलेगी और उससे कमाई भी अधिक होगी।
1 लाख 6 हजार रु की आर्थिक मदद
मछली पालन के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सरकार 1 लाख 6 हजार रु की आर्थिक मदद मछली पालकों की कर रही है। दरअसल यहां पर ₹400000 की लागत सकती है। जिसका सरकार 40% मदद कर रही है, और यह मछली पालको के लिए बहुत ही लाभकारी स्कीम है। इसका लाभ उठा सकते हैं। इसमें पहले साल तो 500 हैक्टेयर पट्टा धारकों को लाभ मिलेगा। लेकिन अगले साल से फिर ₹2500 हैक्टेयर का तालाब रहेगा और पट्टा भी होगा तभी लाभ दिया जाएगा, तो वह लोग जो तालाब बनाकर मछली पालन करना चाहते हैं तो उनके लिए बढ़िया स्कीम है।