पशुपालक हो जाएं सावधान, नहीं है इस बीमारी का इलाज, मई में हो सकता है लंपी बीमारी का आतंक, बस इन बातों को ध्यान रख बचाएं पशु की जान

पशुपालकों के लिए जरूरी खबर, पशु विशेषज्ञ ने जारी की सलाह, इन बातों का ध्यान रखकर में लंपी बीमारी से पशुओं को बचाए नहीं तो जा सकती है जान-

मई महीने में लंपी बीमारी का खतरा

गर्मियां शुरू हो चुकी है, मई महीने में अत्यधिक गर्मी का प्रभाव देखा जा सकता है। जिसमें इंसानों के साथ-साथ पशुओं पर भी बुरा असर दिखाई पड़ सकता है। गर्मी में अगर बीमारी आ गई तब तो पशु को संभालना मुश्किल हो सकता है। आपको बता दे की लंपी नामक खतरनाक बीमारी भी मई में फैल सकती है। जिसके बारे में किसानों को सलाह भी जारी किया। आपको बता दे कि केंद्र सरकार की निवेदी संस्थान का कहना है कि मई में देश के करीब 14 राज्य के लगभग 72 शहरों में लंपी बीमारी मई महीने में फैल सकती है।

इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। पशुपालक सिर्फ टीका लगाकर और कुछ सावधानिया बरत कर अपने पशुओं को बचा सकते हैं, तो चलिए आपको बताते हैं इस बीमारी के फैलने का कारण क्या होता है। किन बातों को ध्यान रखना है। कैसे अपने पशुओं को बीमार होने से बचाना है, और देश के कौन से राज्य हैं जहां अत्यधिक खतरा है।

लंपी बीमारी

पशुओं में लंपी बीमारी बेहद खतरनाक है। यह मवेशियों में होने वाला एक संक्रामक रोग है। यह रोग गाय और भैंस में देखा जाता है। इसको स्किन डिजीज या गांठदार त्वचा रोग भी कहते है। इससे पशुओं की जान को भी खतरा है।

इन बातों का रखें ध्यान बीमारी से बचेंगे पशु

पशुपालक हो जाएं सावधान, मई महीने में लंपी बीमारी का हो सकता है खतरा। पशुओं की जान बचाने के लिए रखे कुछ बातों का ध्यान। जैसे कि पशुओं को खिलाएं पौष्टिक आहार, पशु शाला में रखे साफ सफाई का ध्यान, मक्खी मच्छर से फैलती है लंपी बीमारी। पशु है कमजोर तो जल्दी घेर लेती है लंपी बीमारी। सड़कों पर चलने वाले या बाहर घूमने वाले पशु मक्खी के संपर्क में आते हैं तो उन्हें भी लंपी बीमारी हो सकती है।

इसलिए पशुपालकों को साफ-सफाई का ध्यान रखना है, मक्खी-मच्छरों को अपने पशुओं से दूर रखना है और पशुओं की सेहत को बनाने के लिए पौष्टिक चारा खिलाना है।

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14 राज्य के 72 शहर

केंद्र सरकार के निवेदी संस्थान द्वारा 14 राज्य 72 शहर में चेतावनी जारी की गई है कि यहां पर अत्यधिक इस बीमारी का खतरा है। इसलिए पशुपालक सावधान रहे। जिसमें झारखंड, असम, अरुणाचल प्रदेश, गुजरात, केरल, कर्नाटक और मध्य प्रदेश आदि के कुछ शहर आते हैं। इस बीमारी से अगर पशुपालक अपने पशुओं को बचाना चाहते हैं तो वैक्सीन लगवाए। टीकाकरण उपाय है, बायो सिक्योरिटी अपनाकर पशुओं को बचाया जा सकता है। इस महंगाई में पशुओं को खरीदना, उनकी देखभाल करना, पालन पोषण करना बड़ी बात होती है। ऐसे में अचानक से आई बीमारी से पशुओं की जान बचाने के लिए बस कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

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