जिन किसानों ने कृषि विभाग के पोर्टल पर कृषि यंत्रों के लिए बुकिंग की है उनके लिए जरूरी खबर है, अगस्त मिलना जा रहा योजना का फायदा-
7 व 8 अगस्त को किसानों की निकलेगी लॉटरी
किसानों को सरकारी योजनाओं का फायदा लेने के लिए कई आवेदन के बाद भी कई चरणों से गुजरना पड़ता है। जिसमें बताया जा रहा है कि उत्तरप्रदेश के जिन किसानों ने अनुदान पर कृषि यंत्रों लेने के लिए आवेदन किया था उनमें से चयनित किसानों के नाम की लॉटरी निकाली जायेगी। जिसमें प्रदेश के 75 जनपद में कृषि विभाग, ई-लॉटरी से किसानों का चयन करेंगे।
जिसमें 7 व 8 अगस्त को किसानों की निकलेगी लॉटरी निकलेगी। जिसमें जिन किसानों ने प्रमोशन ऑफ एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन फॉर इन-सीटू मैनेजमेंट ऑफ क्रॉप रेज्ड्यू एवं सब मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन योजना में कृषि यंत्रों की बुकिंग के आलावा नेशनल मिशन ऑन एडिबल (ऑइलसीड) योजना में मिनी ऑइल मिल एक्स्ट्रैक्सन यूनिट एवं तिरपाल की बुकिंग, विभागीय पोर्टल पर की थी उन्हें लाभ मिलेगा।
कृषि विभाग का किसानों को सन्देश
किसानों की सुविधा के लिए पूरी व्यवस्था की जा रही है। बताया जा रहा है कि कृषि विभाग के निर्देश के अनुसार ई-लाटरी की प्रक्रिया के लिए ऐसे स्थान चुना जाएगा जहां अधिक से अधिक किसान जुड़ सके। जिसमें सीएम योगी की मंशानुरूप पारदर्शिता के साथ यह प्रक्रिया होगी। किसानों के लिए यहाँ पर बड़ी स्कीन लगाई जायेगी। जिससे किसानों को फायदा होगा। योजना जानकारी सही-सही मिलेगी।
क्योकि सरकार पारदर्शिता लाने का प्रयास कर रही है। जिसमें कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि जिन किसानों ने कृषि विभाग के पोर्टल पर कृषि यंत्रों की बुकिंग की है वह लोग जनपद में होने वाली ई-लाटरी की प्रक्रिया में शामिल हो और आगे की प्रक्रिया के बारें में जानकारी प्राप्त करें।
जिन्हे नही मिलेगा लाभ उनका पैसा होगा वापस
कृषि यंत्रो पर अनुदान लेने के लिए किसानों को आवेदन करना होता है, जिसमें आवेदन के साथ जमानत राशि भी होती है, तो जिन किसानों का चयन नहीं होगा उनका पैसा वापस किया जाएगा। वहीं ई- लॉटरी में चयनित किसानों को मोबाइल पर एसएमएस मिलेगा, साथ ही साथ सूचना एवं बिल अपलोड की अंतिम तिथि और प्रतीक्षा सूची में चयनित किसानों की जानकारी भी मिलेगी। लेकिन ई लॉटरी में चयनित न होने वाले किसानों की जमानत धनराशि वापस दी जायेगी। जो कि छह माह के भीतर मिल जाती है। जिसमें किसानों को चिंता नहीं करनी चाहिए।