कृषि यंत्र किसानों के लिए है वरदान, जानिए सभी कृषि उपकरणों की सूची, जिसमें कृषि उपकरण के नाम और उनके काम जानेंगे

On: Saturday, September 6, 2025 4:06 PM
सभी कृषि उपकरणों की सूची

खेती में कौन-कौन से कृषि यंत्र किस काम के लिए इस्तेमाल होते हैं, चलिए उनके नाम जानते हैं। इसमें हम सभी कृषि उपकरणों की सूची देखेंगे।

सभी कृषि उपकरणों की सूची

खेती में किसान कई तरह के काम करते हैं। सबसे पहले वे खेत की तैयारी करते हैं, उसके बाद बीज की बुवाई करते हैं। बीच-बीच में खरपतवार निकालते हैं, सिंचाई करते हैं, खाद और कीटनाशक का छिड़काव करते हैं। जब फसल तैयार हो जाती है तो उसकी कटाई करते हैं और फिर फसल से अनाज को अलग करते हैं। इस तरह खेती में कई चरण होते हैं। चलिए जानते हैं, इन सभी कामों के लिए किसान भाई कौन-कौन से कृषि उपकरणों का इस्तेमाल कर सकते हैं।

जुताई और मिट्टी तैयार करने के लिए उपकरण

  • ट्रैक्टर – खेत की तैयारी के लिए किसान ट्रैक्टर का इस्तेमाल करते हैं। इसमें खेत की जुताई, बुवाई और कटाई का काम भी होता है। ट्रैक्टर के साथ दूसरे कृषि यंत्र जोड़कर किसान खेती के बड़े काम पूरे करते हैं।
  • हल – छोटे किसानों के लिए हल बहुत उपयोगी है। बीज बोने से पहले मिट्टी को पलटने और ढीला करने के लिए हल का इस्तेमाल किया जाता है।
  • कल्टीवेटर और रोटावेटर – रोटावेटर का इस्तेमाल मिट्टी को भुरभुरा बनाने के लिए किया जाता है। इससे खरपतवार भी हट जाते हैं। कल्टीवेटर से मिट्टी को ढीला करने और खरपतवार निकालने का काम किया जाता है।
  • सब्सॉइलर (Subsoiler) – इसका इस्तेमाल मिट्टी की नीचे की सख्त परत को तोड़ने के लिए किया जाता है। इसमें मिट्टी की ऊपरी सतह को नुकसान नहीं पहुंचता और गहराई वाली परत ढीली हो जाती है।
  • हैर्रो– किसान हैर्रो का इस्तेमाल जुताई के बाद मिट्टी को समतल करने और ढेलों को तोड़ने के लिए करते हैं।

बीज की बुवाई और पौधों की रोपाई के लिए उपकरण

खेत की तैयारी के बाद किसान बीज की बुवाई करते हैं। इसके लिए सीड ड्रिल (Seed Drill) का इस्तेमाल किया जाता है। यह बीजों को एक समान दूरी और गहराई पर बोने में मदद करता है। प्लांटर और ट्रांसप्लांटर – इन मशीनों से पौधों को एक समान रूप से लगाया जाता है। पहले नर्सरी में पौधे तैयार किए जाते हैं और फिर उन्हें ट्रांसप्लांटर की मदद से खेतों में लगाया जाता है।

सिंचाई के लिए उपकरण

सिंचाई के लिए अब कई आधुनिक उपकरण उपलब्ध हैं, जिनसे पानी की बचत होती है और फसलों को आवश्यकता अनुसार पानी मिलता है।

  • स्प्रिंकलर सिस्टम – इसमें पूरे खेत में पानी ऐसे छिड़का जाता है जैसे बारिश हो रही हो।
  • ड्रिप सिंचाई सिस्टम – इसमें पौधों की जड़ों तक बूंद-बूंद पानी पहुंचाया जाता है।
  • वाटरिंग कैन – बगीचों और छोटे खेतों में सटीक पानी देने के लिए उपयोग किया जाता है।

इन उपकरणों पर सरकार से सब्सिडी भी मिलती है।

फसलों में छिड़काव करने के लिए यंत्र

खाद और कीटनाशक का छिड़काव करने के लिए कई उपकरण बाजार में उपलब्ध हैं। इनमें सबसे ज्यादा उपयोग होने वाला यंत्र है स्प्रेयर, जिससे कीटनाशक और तरल खाद का आसानी से छिड़काव किया जा सकता है। आजकल किसान कृषि ड्रोन की मदद से भी छिड़काव करते है और फसल का निरक्षिण करते है।

खरपतवार निकालने के लिए उपकरण

यदि खेत में बहुत ज्यादा खरपतवार हो जाते हैं, तो पावर वीडर से उन्हें हटाया जा सकता है। इससे मजदूरों की जरूरत नहीं पड़ती। इसके अलावा, कोनो वीडर का उपयोग भी होता है। इसमें शंकु के आकार के घूमने वाले ब्लेड लगे होते हैं, जो खरपतवार को निशाना बनाकर निकालते हैं और मुख्य फसल सुरक्षित रहती है।

फसल काटने और प्रसंस्करण के लिए उपकरण

जब फसल तैयार हो जाती है तो उसकी कटाई हार्वेस्टर से की जाती है। कुछ प्रसंस्करण कार्यों में भी हार्वेस्टर का उपयोग किया जाता है।

  • थ्रेशर – इससे फसल से दाने और भूसा अलग किया जाता है।
  • बेलर (Baler) – इससे कटी हुई घास या भूसे को गांठों में बदल दिया जाता है।

हाथ से चलने वाले कृषि यंत्र

कई छोटे किसान महंगे और बड़े कृषि यंत्र नहीं खरीद पाते। वे छोटे-मोटे काम हाथ से चलने वाले उपकरणों से करते हैं।

  • कुदाल – मिट्टी को ढीला करने के लिए।
  • फावड़ा – मिट्टी, खाद या अन्य सामग्री उठाने के लिए।
  • प्रूनिंग शीयर – पौधों की छोटी-छोटी शाखाएं काटने के लिए।
  • हंसिया – घास काटने और फसल की कटाई के लिए।

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