लखपति बनाने की गारंटी देगी ये फसल, एक एकड़ से 6 लाख रु कमाएं, औषधीय गुणों का है भंडार, बाजार में है बंपर डिमांड। जानिये कैसे करें खेती, जिससे हो जाएंगे मालामाल।
इस औषधीय फसल की खेती में है पैसा
आज हम एक ऐसे पौधे की खेती के बारे में जानने वाले हैं। जिससे किसान अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। यह एक औषधीय पौधा है जिसकी बिक्री 1000-1200 रुपए प्रति किलो के हिसाब से होती है, और इस समय जुलाई का महीना चल रहा है तो आप जुलाई अगस्त सितंबर में तक इसकी खेती कर सकते हैं। आपको बता दे कि इस इसकी डिमांड अपने देश में ही नहीं विदेशों में भी है। यानी के इससे किसानों की बढ़िया आमदनी हो जाएगी। तो चलिए जानते हैं हम कौन-से पौधे की खेती की बात कर रहे हैं और इसकी खेती कैसे करें, खेती में कमाई कितनी है और किन बाजारों में इसकी बिक्री कर सकते हैं।
शतावर की खेती कैसे करें
दरअसल, हम शतावर की खेती की बात कर रहे हैं। आपको बता दे की सतावर की अच्छी खासी डिमांड है। यह कई औषधि गुणों से भरपूर है। सेहत के लिए फायदेमंद है। जिसकी वजह से इसकी अच्छी कीमत मिलती है। नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार जानिए शतावर की खेती के बारे में जानकारी।
- शतावर की खेती जुलाई से सितंबर के बीच में कर सकते हैं।
- शतावर की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी बढ़िया मानी जाती है।
- शतावर के पौधे को आपको ज्यादा पानी नहीं देना पड़ता। जब आप पौधा लगाते हैं तो कुछ दिनों तक सप्ताह में एक दिन और पौधे बड़े होने के बाद महीने में एक बार पानी देना पड़ता है। सूखे इलाको में भी इसकी खेती कर सकते है।
- शतावर का पौधा जब रोपे तो इस बात का ध्यान रखें कि दो पंक्तियों के बीच की दूरी 2 फीट और दो पौधों के बीच की दूरी भी दो फीट रख सकते हैं।
- शतावर के पौधे को तैयार होने में 18 महीने ही लगते हैं। लेकिन बढ़िया कंद प्राप्त करने में 3 वर्ष का समय भी लग सकता है। शतावरी गुण-कारी पौधा है। इसे अगर आप चाहे तो अपने घर में गमले में भी लगा सकते हैं।
- शतावर के पौधे की पत्ती जब पीली पड़ने लगती है तो उसकी जड़ों को को खोद लिया जाता है।
चलिए जानते हैं शतावर की खेती से होने वाली कमाई और इसमें लगने वाले खर्च के बारे में।
शतावर की खेती में निवेश और कमाई
शतावर की खेती में किसानों को कई गुना मुनाफा है। जिसमें निवेश की बात करें तो अगर 80 से लेकर एक लाख रुपये एक एकड़ में किसान लगाते हैं। तो उससे 4 से 7 लाख रुपए के बीच की कमाई कर सकते हैं। क्योंकि 30 क्विंटल जड़े भी बेंचते हैं तो उसकी कीमत 6 से 7 लाख मिलती है। लेकिन मान लीजिए कि अगर पैदावार कम होती है तो भी ₹500000 कहीं नहीं गए हैं।
शतावर आप आयुर्वेदिक दवा कंपनियों को बेंच सकते हैं। इसके अलावा दिल्ली, कानपुर, हरिद्वार, बनारस और लखनऊ में भी इसके बाजार है। यहां पर आपको व्यापारी मिल जाएंगे। जिसमें एक एकड़ में उपज करीब 350 क्विंटल मिलता है। लेकिन तभ यह गीला होता है जब सूख जाता है तो 35 से 50 क्विंटल ही उपज मिल पाती है। इस तरह यह एक मुनाफे की खेती है किसानों को इसमें फायदा है।
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