किसान अगर कृषि यंत्रों को कम दाम में लेना चाहते हैं तो बता दे की सरकार 40 से 50%तक कृषि यंत्र पर सब्सिडी दे रही है। जैसे कि मल्टी क्रॉप थ्रेसर, रोटोवेटर, सीड ड्रिल, रिज फरो प्लांटर, चिजल प्लाऊ, डिस्क प्लाऊ / डिस्क हैरो आदि पर। चलिए जानते हैं इन यंत्रों की मिलने वाली सब्सिडी के बारे में-
कम दाम में मिलेंगे कृषि यंत्र
कृषि यंत्र की मदद से किसान खेती के काम कम समय में आसानी से फटाफट पूरे कर सकते हैं। जिससे अधिक उत्पादन में मिलता है। काम भी बेहतरीन तरीके से होता है। लेकिन कृषि यंत्रों की कीमत अधिक होती है। जिसकी वजह से सभी किसान इन्हें नहीं खरीद सकते। इसीलिए सरकार इन पर सब्सिडी देती है। ताकि कम कीमत में किसान इन कृषि यंत्रों को खरीद सके। चलिए आपको बताते हैं 6 कृषि यंत्रों पर कितने रु की किसे सब्सिडी मिल रही है।
इन 6 कृषि यंत्रों पर मिल रही सब्सिडी
राजस्थान राज्य सरकार द्वारा कृषि यंत्र अनुदान योजना चलाई जा रही है। जिसके अंतर्गत 6 कृषि यंत्रों पर भारी सब्सिडी मिल रही है। इन कृषि यंत्र का इस्तेमाल करके किसान खेती के काम समय पर पूरे कर सकते हैं। जिसमें आपको बता दे की 40 से 50% तक की सब्सिडी अलग-अलग वर्ग के किसानों को दी जा रही है-
- सबसे पहले हम रोटावेटर की बात करेंगे। आपको बता दे कि एससी, एसटी, लघु सीमांत वर्ग के किसानों को रोटावेटर पर करीब 50% की सब्सिडी दी जा रही है। वहीं अन्य सामान्य श्रेणी के किसानों को 40% की सब्सिडी दी जा रही है। जिसमें 50% वाले लाभार्थियों को 42 से 50 हजार रुपए की सब्सिडी मिलेगी। जबकि 40% वाले लाभार्थियों को 34 से ₹40000 तक की सब्सिडी रोटावेटर पर दी जाएगी। यानी कि एसटी, एससी, लघु सीमांत वर्ग और महिला किसानों को अधिक सब्सिडी दी जा रही है।
- वही मल्टी क्रॉप थ्रेसर की बात करें तो इसमें भी एसटी, एससी, लघु सीमांत और महिला कृषक को 50% की सब्सिडी दी जा रही है। जिसके अंतर्गत उन्हें ₹30000 से लेकर 100000 तक का अनुदान मिल रहा है। वहीं अन्य श्रेणी के जो किसान आते हैं उन्हें 40% तक की सब्सिडी मल्टी क्रॉप थ्रेसर पर मिल रही है जिसके बाद अनुदान की राशि 25000 से लेकर 80 हजार रुपए तक आती है।
- बीज बोने के लिए किसानों को सीड ड्रिल / सीड कम फर्टीलाइजर ड्रिल की जरूरत होती है। इस लिए इस पर भी अनुदान दिया जा रहा है। जिसमें एसटी, एससी, लघु, सीमान्त व महिला किसान को 50% अनुदान मिल रहा है। यानि कि 15,000-28,000 रु। वहीँ अन्य श्रेणी के किसानों को 40% यानि कि 12 हजार रु से लेकर 22,400 रु तक। यहाँ पर किसानों की तगड़ी बचत होगी।
- खेत बढ़िया से जोतने के लिए, मिट्टी तोड़ने के लिए, मेड बनाने के लिए कृषि यंत्र डिस्क प्लाऊ / डिस्क हैरो का इस्तेमाल किया जाता है। जिसपर एसटी, एससी, लघु, सीमान्त व महिला किसान को 50% यानि कि 20 हजार – 50 हजार रु.। वहीँ अन्य श्रेणी के किसानों को 40% यानि कि 16 हजार – 40 हजार रु सब्सिडी मिलता है।
- मिट्टी को सुधारने के लिए चिजल प्लाऊ का इस्तेमाल किया जाता है। इसपर एसटी, एससी, लघु, सीमान्त व महिला किसान को मूल्य का 50% मतलब की 10 हजार -20 हजार रु अनुदान मिलता है। मगर अन्य श्रेणी के किसानों को सिर्फ 40% का अनुदान मिलता है। जिसमें उन्हें 8 हजार से 16 हजार रु की छूट मिल जाती है।
- सोयाबीन जैसे तिलहन फसलों को बोने के लिए रिज फरो प्लांटर का इस्तेमाल किया जाता है। जिसमें रिज फरो प्लांटर। मल्टी क्रॉप प्लांटर/ ट्रैक्टर ऑपरेटेड रिपर पर एसटी, एससी, लघु, सीमान्त व महिला किसान को मूल्य का 50% तक का अनुदान मिलता है। जिसमें उन्हें कृषी यंत्र पर 30 हजार -75 हजार रु तक का अनुदान मिलता है। यहाँ पर अन्य श्रेणी के किसानों को रिज फरो प्लांटर। मल्टी क्रॉप प्लांटर/ ट्रैक्टर ऑपरेटेड रिपर के मूल्य का 40% या अधिकतम 24 हजार -60 हजार रु की छूट मिल जाती है।
किसानों को बता दे की BHP की क्षमता के आधार पर किसानों को कृषि यंत्रों पर अनुदान कम या ज्यादा मिलता है।
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