समय पर बुवाई करने, पराली का प्रबंध करने के लिए किसान हैप्पी सीडर, सुपर सीडर और स्मार्ट सीडर का इस्तेमाल करते हैं, जिस पर सरकार 50% अनुदान दे रही है-
हैप्पी सीडर, सुपर सीडर और स्मार्ट सीडर
खेती के कई काम को आधुनिक तरीके से पूरा करने के लिए किसान हैप्पी सीडर, सुपर सीडर और स्मार्ट सीडर का इस्तेमाल करते हैं जिससे बिना जुताई किये ही खेत में बुवाई की जा सकती है। इसके अलावा पराली को हटाने की झंझट नहीं करनी पड़ेगी। पराली को हटाकर बीज बो देता है। सिंचाई की जरूरत भी कम होती है।
सुपर सीडर जुताई और बुवाई दोनों काम करते हैं। पराली को मिट्टी में मिला देते हैं। स्मार्ट सीडर की बात करें तो 40 से 50 एचपी के ट्रैक्टर के साथ चलता है, यह हैप्पी सीडर और सुपर सीडर की तुलना में कम समय लेता है। तो चलिए जानते हैं इसकी खरीदी पर किसानों को कितना अनुदान मिलेगा।
50% तक अनुदान
किसानों को हैप्पी सीडर, सुपर सीडर और स्मार्ट सीडर पर 40 से 50% तक अनुदान मिल रहा है। मान लीजिए कि हैप्पी सीडर की कीमत 2.7 लाख से 2.85 लाख रुपए के बीच में है तो किसानों को 1.5 लाख तक की सब्सिडी मिल सकता है या इससे कम-ज्यादा भी हो सकता है। जिसमें अनुदान कितना मिलेगा, यह सही-सही जानने के लिए कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल एमपी पर जाकर कैलकुलेटर में चेक कर सकते हैं। आपको बता दे की छोटे सीमांत और महिला किसानों को यहां पर प्राथमिकता दी जाती है उन्हें पहले लाभ मिले इसका प्रयास रहेगा।
आवश्यक दस्तावेज
आवेदन करने के लिए किसानों को कुछ दस्तावेज जमा करने होंगे जैसे कि-
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक का विवरण
- बैंक डिमांड ड्राफ्ट 4500
- ट्रैक्टर का आरसी।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज
किसान अगर हैप्पी सीडर, सुपर सीडर और स्मार्ट सीडर की खरीदी करना चाहते हैं तो कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल https://farmer.mpdage.org/Home/Index पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं और आवेदन जमा कर सकते हैं। लॉटरी के पश्चात किसानों का चयन किया जाएगा। पंजीकृत किसान इस योजना का फायदा ले सकते हैं। जिसमें जिलेवार सहायक कृषि यंत्र की सूची भी देख सकते हैं। किसानों को डिमांड ड्राफ्ट सहायक कृषि यंत्री के नाम पर बनवाना होता है। यह एक लाभकारी योजना है इसमें किसानों को कम लागत में शानदार कृषि यंत्र दिए जा रहे हैं।