किसानों को यहां एक ऐसी फसल की जानकारी दी जा रही है, जो पूरे साल अच्छा फायदा देती है और लंबे समय तक इनकम का साधन बन सकती है।
मसाला, रंग और दवाई में होता है इस्तेमाल
इस खेती में किसानों को कई तरह से फायदे होते हैं। इस फसल का इस्तेमाल मसाले, रंग और दवाई में किया जाता है। दरअसल, यहां पर हल्दी की खेती की बात की जा रही है, जिसका इस्तेमाल हर घर में मसाले के तौर पर किया जाता है। साथ ही यह एक खाद्य रंग भी है और पारंपरिक चिकित्सा में भी इसका उपयोग होता है। हल्दी की खेती करके किसान प्रति एकड़ 10 लाख रुपए तक का प्रॉफिट ले सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कैसे।
हल्दी की खेती के बारे में जानिए
हल्दी की खेती के लिए किसानों को बलुई दोमट मिट्टी का चुनाव करना चाहिए, जहां पानी की निकासी (ड्रेनेज) की व्यवस्था अच्छी हो। हल्दी की खेती के लिए गर्म और आर्द्र जलवायु अच्छी मानी जाती है। खेत तैयार करने के लिए गहरी जुताई करें, खरपतवार हटाएं और गोबर खाद का इस्तेमाल करें। इससे अच्छा उत्पादन मिलेगा।
एक एकड़ में लगभग 800 से 1000 किलो बीज-गांठ की जरूरत पड़ती है। सिंचाई की बात करें तो बरसात में 15 से 20 दिन के अंतराल पर सिंचाई की जा सकती है, या फिर मिट्टी की नमी के अनुसार। यह फसल लगभग 7 से 9 महीने में तैयार हो जाती है और इसकी डिमांड पूरे साल बनी रहती है।
हल्दी की खेती में उत्पादन, खर्चा और कमाई
अगर किसान भाई एक एकड़ में हल्दी की खेती करते हैं तो खर्च की बात करें तो लगभग 70 से 80 हजार रुपए का खर्च आता है। लेकिन जिनके पास पानी, खाद आदि की सुविधा है और वे मजदूरों से काम कम लेते हैं, उनका खर्च कम हो सकता है।
उत्पादन की बात करें तो एक एकड़ से 100 से 150 क्विंटल तक कच्ची हल्दी का उत्पादन लिया जा सकता है। कुछ वैरायटी ऐसी भी हैं जो 200 क्विंटल तक उत्पादन दे सकती हैं।
कमाई का हिसाब देखें तो यह इस पर निर्भर करता है कि आपके खेत से निकली हल्दी की गुणवत्ता कैसी है और बाजार में उसकी कीमत कितनी मिल रही है। उदाहरण के तौर पर, अगर कच्ची हल्दी की कीमत ₹8,000 प्रति क्विंटल है और उत्पादन 125 क्विंटल हुआ है, तो लगभग 10 लाख रुपए की आमदनी हो सकती है। इसमें से लागत घटाने पर लगभग ₹9,20,000 का शुद्ध मुनाफा हो सकता है। इस समय कई बाजारों में हल्दी ₹11,000 से लेकर ₹16,000 प्रति क्विंटल तक बिक रही है। औसत कीमत मान लें तो लगभग ₹11,881 प्रति क्विंटल है।