किसान ने सब्जी की खेती से मचाया धमाल, 1 दिन में 8 हजार रु कमाते है, 10 बेरोजगारों के लिए मसीहा बने, जानिये कैसे खेती से बदली किस्मत।
किसान ने सब्जी की खेती से मचाया धमाल
खेती किसानी से अच्छी खासी कमाई की जा सकती है। आजकल कई ऐसे किसान है जो खेती से लाखों करोड़ों रुपए बना रहे हैं। जिनमें से कुछ किसान भाई सब्जियों की खेती करके कम समय, कम निवेश में ज्यादा कमाई कर रहे हैं। तब चलिए आज हम आपको एक ऐसे ही किसान की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं जिनके बारे में हर बेरोजगार को पता होना चाहिए। ताकि वह भी अपनी छोटी सी भी जमीन में खेती करके खुद भी पैसे कमा सके और लोगों को भी रोजगार दे सकें।
आपको पता दे की कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके पास जमीन नहीं है लेकिन वह दूसरों की जमीन लीज पर लेकर खेती करते हैं तो चलिए आज हम आपको बताते हैं सब्जी की खेती से किसान को कैसे मिली सफलता।
1 दिन में 8 हजार रु कमाते है
सब्जी की खेती से धमाल मचाने वाले किसान अरुण कुमार जी है। आपको बता दे कि यह किसान सीतामढ़ी के रहने वाले हैं। यह कई प्रकार की सब्जियों की खेती करते हैं। जिसमें इस समय तो इन्होंने एक एकड़ में कद्दू और एक एकड़ में करेला लगा रखा है। लेकिन यह कद्दू करेला के साथ-साथ बैंगन, खीरा, शिमला मिर्च और चुकंदर जैसी सब्जियों की भी खेती करते हैं। जिसमें इन्होंने बताया कि इन सब्जियों को जब वह बेंचते हैं तो उससे एक दिन में ही ₹5000 से लेकर के ₹8000 तक की कमाई आराम से हो जाती है।
कभी-कभी तो खरीददार खुद उनके खेतों में जाकर सब्जी खरीद लेते हैं। यानी कि हाथों हाथ सब्जी की बिक्री हो जाती है। कभी-कभी आसपास की मंडियों में भी है बिक्री करते हैं। लेकिन उनकी फसल की अन्य किसानों से ज्यादा कीमत मिलती है। क्योंकि यह जैविक खाद का इस्तेमाल करते हैं। आपको बता दे की रासायनिक खाद सिर्फ हानिकारक सब्जी ही नहीं पैदा करती। बल्कि आपकी मिट्टी को भी नुकसान पहुंचा रही है। धीरे-धीरे मिट्टी का उपजाऊपन खत्म होता जा रहा है। चलिए जानते हैं इन्होंने किन लोगों को रोजगार दिया हुआ है और उन्हें हर महीने कितनी पगार देते हैं।
बेरोजगारों के लिए मसीहा बने
किसान सब्जी की खेती करके सिर्फ स्वयं नहीं कमा रहे हैं बल्कि लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं। जी हां आपको बता दे कि वह सब्जी की खेती करते हैं और उन्होंने अपनी मदद के लिए 10 लोगों को नौकरी भी दी हुई है। जिन्हें वह हर महीने ₹10000 की पगार देते हैं।
इस तरह आसपास के लोग घर पर रहकर पड़ोस में काम करके कमाई कर लेते हैं। वहीं अरुण कुमार की सब्जी की खेती करके अपना परिवार चला रहे हैं और बेरोजगार लोगों को नौकरी देकर उनकी भी मदद कर रहे हैं। जिससे उन लोगों को शहर से बाहर जाकर नौकरी तलाशने की जरूरत नहीं है। बल्कि घर पर रहकर भी वह काम प्राप्त कर रहे हैं।