खीरा की खेती किसानों को अच्छा मुनाफा दे सकती है। लेकिन इसके लिए उन्हें इसकी जानकारी होनी चाहिए, तो चलिए आपको खीरा की खेती करने वाले किसान से मिलवाते हैं-
खीरा की मांग
खीरा की खेती करने का किसान मन बना रहे हैं क्योंकि इसकी खेती में उन्हें फायदा है, खीरा की गर्मियों में डिमांड बढ़ जाती है, फिर किसानों को तगड़ी कीमत भी मिलती है, खीर पानी की कमी को पूरा करता है। इसलिए लोग अच्छी मात्रा में खीरा का सेवन करते रहते हैं।
खीरा सलाद के रूप में भी बहुत ज्यादा गर्मियों में इस्तेमाल किया जाता है तो अगर आप भी खीरा की खेती के लिए मन बना रहे हैं। क्योंकि इसकी डिमांड बढ़ाने जा रही है, तो आपको चलिए किसान पंकज के सफलता की कहानी बताते हैं जो की बाराबंकी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और उन्हें खीरा की खेती में अच्छा तगड़ा मुनाफा हो रहा है।
खीरा की खेती में लागत और कमाई
अगर आप खीरा की खेती करने का मन बना रहे हैं तो आपको खीरा की खेती में आने वाली लागत और मुनाफा का जरूर पता होना चाहिए। जिसमें किसान पंकज कुमार बताते हैं कि वह दो बीघा में खीरा की खेती कर रहे हैं। जिससे उन्हें चार लाख तक की कमाई हो जाती है। कभी तीन तो कभी चार, यह बाजार की मांग और मिलने वाली कीमत पर तय करता है। जिसमें वह बताते हैं कि एक बीघा में अगर आप खेती करना चाहते हैं तो कम से कम 15 से 16000 रुपए इसमें खर्च आते हैं और डेढ़ से 2 लाख मुनाफा ले सकते हैं।
जिसमें खीरा की खेती से अच्छा उत्पादन लेने के लिए किसानों को मल्च विधि का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे खरपतवार की समस्या नहीं आएगी और उत्पादन भी अधिक मिलेगा। लेकिन गर्मी अगर बढ़ती है तो किसानों को फसल का लगातार निरीक्षण करना चाहिए। किसी तरह की समस्या हो तो उसका तुरंत समाधान करना चाहिए।

खीरा की खेती कैसे करें किसान
खीरा की खेती कैसे करें इसकी भी किसानों को जानकारी होनी चाहिए। इसमें आपको बता दे की सबसे पहले ध्यान रखें कि जमीन में पानी रुकना नहीं चाहिए। जल निकासी की बढ़िया व्यवस्था हो और मिट्टी का पीएच मान चेक कर लेंगे, तो ज्यादा बेहतर होगा। खीरा की खेती के लिए 5.5 से 6.7 के बीच का मिट्टी का पीएच मान हो तो बेहतर होता है। खीरा की खेती बेड बनाकर भी कर सकते हैं।
इसके ऊपर मल्चिंग लगा दे और बुवाई करें। जिसमें पौधे से पौधे के बीच की दूरी 60 सेमी और दो कतारों के बीच की 50 सेंटीमीटर की दूरी रखें। 2 महीने में फसल तैयार हो जाती है। अच्छा उत्पादन लेने के लिए तीन-चार दिन में तुड़ाई करें। ताकि किसानों को नुकसान ना हो। अगर किसान कम पानी में खीरा की खेती करना चाहते हैं तो ड्रिप सिस्टम जरूर अपनाएं। बूंद बूंद में खेती हो जाएगी। क्योंकि गर्मियों में पानी की कमी होने लगती है, वाटर लेवल भी कम होने लगता है।