गेहूं की पैदावार 60% तक घटा देते हैं यह खरपतवार, इन खरपतवार नाशक दवा का स्प्रे करें, 24 घंटे में होगा सफाया

गेहूं की फसल में कई तरह के जिद्दी खरपतवार उगते हैं, जिनसे पैदावार घट जाती है, किसानों को नुकसान होता है, तो चलिए जानते हैं खरपतवार नाशक दवाइयों के नाम और उनके इस्तेमाल का तरीका-

खरपतवार से नुकसान

खरपतवार अनावश्यक घास को कहा जाता है। जैसे कि हम गेहूं की फसल बोते हैं तो उसमें कई तरह के अनावश्यक घास उगते हैं। जिन्हें खरपतवार कहा जाता है। इससे उत्पादन कम हो जाता है। फसल को पूरा पोषण नहीं मिल पाता है। फसल को जो खाद, पानी, धूप मिल रही है उसमें खरपतवार हिस्सेदारी करने लगते हैं। उत्पादन में 20 से 30% से लेकर 60 से 70% तक कमी देखने को मिल जाती है। इसीलिए खरपतवार का सफाया करना चाहिए।

जिसमें एक समय होता है अगर सही समय पर नहीं करेंगे तो खरपतवार भी मजबूत जड़ पकड़ लेती है। जिसके बाद उसे हटाना मुश्किल का काम हो जाता है। तो चलिए इस लेख में जानते हैं की खरपतवार का इस्तेमाल कब और कैसे करें, उसके बाद हम यह जानेंगे कि कौन-सी खरपतवार नाशक दवाइयां हैं जिनका इस्तेमाल कर सकते हैं।

खरपतवार नाशक डालने का समय और तरीका

फसलों में हम अगर किसी भी खरपतवार नाशक, दवाई का इस्तेमाल करते हैं तो उसे सुबह या शाम के समय करना चाहिए। दोपहर में हमें किसी भी प्रकार का स्प्रे फसल में नहीं करना चाहिए। फिर वह चाहे खरपतवार के लिए हो या कीट प्रबंधन के लिए, फंगस के लिए, किसी भी चीज का स्प्रे हो आप सुबह या शाम के वक्त करें जब धूप नहीं होती है।

इसके अलावा एक और चीज का ध्यान रखना चाहिए कि गेहूं की फसल में अगर हम खरपतवार नाशक डाल रहे हैं तो जब खेतों में हल्की नमी हो यानी की हल्की सिंचाई करने के बाद जब नमी रहती है उस समय खरपतवार नाशक का छिड़काव करें। सिंचाई के पहले खरपतवार नाशक का इस्तेमाल नहीं किया जाता।

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खरपतवार का नाम और उसका नियंत्रण

  • गेंहू के खेत में तीन से अधिक प्रकार के खरपतवार दिखाई देते है जिसमें से एक है चौड़ी पत्ती वाला खरपतवार बथवा, सरसों, जंगली पालक आदि। जिसको खत्म करने के लिए मैट स्ल्फरो मिथाइल 20 % wp, अल्ग्रिप नामक दवा का छिड़काव कर सकते है।
  • इसमें चौड़ी पत्ती के लिए 24 58 भी डाल सकते है। जिसमें जिद्दी खरपतवार के लिए 240 का 58 % अच्छा रहता है। इसका इस्तेमाल 400 ml एक एकड़ के अनुसार करना है। इससे खरपतवार समाप्त होंगे।
  • गेंहू की फसल में गुल्ली डंडा नामक घास भी होती है। उसे हटाने के लिए टॉपिक नाम की दवाई डाल सकते है। इसमें क्लोन फ़ो प्रोपर जाइल 15 % रहता है। इसके छिड़काव से खरपतवार समाप्त हो जाएगा।

खरपतवार नाशक दवाइयो के लिए किसान भाई अपने नजदीकी कृषि केंद्र में संपर्क करके जानकारी ले सकते हैं।

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