गेहूं किसानों के लिए वरदान से कम नहीं है ये दवा, खरपतवारों पर नियंत्रण कर दोगुनी करेगी पैदावार, जानें कैसे करें इसका इस्तेमाल।
गेहूं किसानों के लिए काम की दवा
गेंहू की खेती करने जा रहे किसानों के लिए जरूरी खबर लेकर आये है। जिससे किसानों को बड़ा फायदा होगा। गेंहू की खेती से अधिक उपज प्राप्त करके किसान ज्यादा मुनाफा ले सकते है। साथ ही जिस दवा की बात कर रहे है उससे किसान को मेहनत कम करनी पड़ेगी और पैदावार घटने की चिंता भी छूट जायेगी।
दरअसल हम बात कर रहे है खरपतवार खत्म करने वाली दवा की, जिससे आवश्यक घास को खत्म किया जा सकता है। जैसा कि आप जानते है धान-गेहूं में गुल्ली-डंडा/ मंडूसी, बथुआ, जई, मंडूसी, और गजरी आदि जैसे खरपतवार आते है। जिससे फसल को नुकसान होने लगता है। यह खरपतवार फसल के हिस्से का पोषण खुद ग्रहण करने लगते है। जिससे किसानों को नुकसान होता है, तो चलिए जाने इससे कैसे छुटकारा पाएं।
सिंचाई के साथ ये दवा डालें
नीचे लिखे तीन बिंदुओं के अनुसार जानिये किस-किस तरीके से कौन-से खरपतवार नाशक का इस्तेमाल करें।
- यहाँ पर हम खरपतवार को खत्म करने वाली दवा को तीन बार इस्तेमाल करने के तरीके के बारें में जानेंगे। जिसमें सबसे बढ़िया तो ये रहेगा कि गेंहू की बिजाई करें उसके 3 दिन बाद पाईरोक्सा सल्फोन 60 ग्राम एक एकड़ की जमीन में 150 से 200 लीटर पानी मिलाकर से छिड़के। जिससे जंगली जेई, मंसी या फिर लोमड़ घास को नियंत्रित कर सकते है। लेकिन जो किसान सिंचाई कर चुके तो चलिए जानते है दूसरा तरीका।
- अगर तीन दिन से ज्यादा हो गया है तो एक और जरिया है खेत से खरपतवार बिना मेहनत के हटाने का। जिसमें पहले पानी से पहले ये दवा छिड़के।
- लेकिन अगर पहला पानी भी दे चुके है तो 15 दिन बाद क्लोडिनापॉप व मेट्रिब्यून करीब 60 जमा 210 मिश्रण का स्प्रे 120 से 150 लीटर पानी में मिलाकर एक हेक्टेयर में छिड़के। इससे भी फायदा होगा।