डीएपी सहित अन्य खाद की किल्लत और वितरण की समस्या दूर करेगी सरकार, किसानों को मिलेगी राहत, मुख्यमंत्री ने दिए कड़े निर्देश।
खाद की किल्लत और वितरण की समस्या
अधिक उत्पादन के लिए किसान खाद का इस्तेमाल करते है। लेकिन खाद को लेकर कई समस्याएं किसानों को झेलनी पड़ रही है। कीमत चुकाने को तैयार किसानों को खाद नहीं मिल रही है। इधर रबी सीजन की फसलों की बुआई होने लगी है। जिसके लिए डीएपी सहित अन्य खाद की मांग बढ़ती जा रही है। लेकिन किसानों को खाद लेने के लिए कई समस्यायें आ रही है। जैसे की खाद ना मिलना, खाद के लिए लंबी लाइन लगाना, खाद अधिक भाव में मिला कालाबाजारी आदि। जिसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने बड़े निर्देश दिए है चलिए उसके बारे में जानते है।
मुख्यमंत्री ने दिए कड़े निर्देश
खाद से जुडी किसानों को आ रही समस्या को दूर करने के लिए उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़े निर्देश दिए है। बता दे कि एक उच्च स्तरीय बैठक जिसमें मुख्य सचिव, कृषि विभाग के प्रमुख सचिव, सहकारिता विभाग के प्रमुख सचिव और भी कई वरिष्ठ अधिकारी आये थे। जिसमें मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए की प्रदेश के किसानों को खाद पर्याप्त मात्रा में मिले उसके लिए पूरा प्रयास कीजिये। निजी क्षेत्र से आ रही खाद को सहकारी समितियों से किसानों को दें। इसके आलावा निजी कंपनियों से जो खाद मिल रही उसे भी उचित मूल्य में दी जाएँ। साथ ही केंद्र सरकार के साथ समन्वय बनाकर उर्वरक की आपूर्ति की जाए। जिससे किसानों को कहीं से खाद की कमी न हो।
वितरण के समय किसानों को नहीं आएगी समस्या
खाद की पूर्ति के साथ मुख्यमंत्री ने अन्य बातों को भी ध्यान रखा। उन्होंने कहाँ की वितरण के समय भी किसानों को समस्या नहीं आनी चाहिए। जिसमें कहाँ की लाइन की सही व्यवस्था ही। उन्हें पानी मिले, धूप में ना खड़ा होना पड़े, अनुशासन के भीतर वितरण हो, किसानों को किसी तरह की अव्यवस्था का सामना न करना पड़े। इस तरह किसानों को आराम से खाद मिलेगी।
खाद उपलब्धता जानें
प्रदेश में खाद कितनी है यह हर किसान जानना चाहता है। ताकि उन्हें खाद न मिलने की चिंता न रहे। जिसमें आपको बता दे कि प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही का कहना है कि करीब 1.75 लाख मीट्रिक टन डीएपी खाद है। इसके आलावा 1.97 लाख मीट्रिक टन एनपीके है। इस तरह किसानों को खाद जरूर मिलेगी।