गेंहू की बुवाई इस साल मशीन से बुवाई करने जा रहे हैं या कोई अन्य विधि अपनाने की सोच रहे हैं, तो चलिए बताते हैं कि इन बातों का ध्यान रखकर उत्पादन को कैसे बढ़ाया जा सकता है।
गेहूं की बुवाई मशीन से करते समय इन बातों का रखें ध्यान
आजकल किसान गेहूं की बुवाई मशीन से भी करते हैं, जिससे उनका खर्चा कम आता है और समय पर सही तरीके से बुवाई हो जाती है। अगर आप कुछ चीजों का ध्यान रखेंगे, तो 80 से 90% तक अंकुरण की क्षमता बढ़ जाएगी तथा पैदावार भी 10 से 15% तक बढ़ सकती है। तो चलिए नीचे दिए गए बिंदुओं के अनुसार इनके बारे में जानते हैं-

- मशीन की सेटिंग सही करें- मशीन से बुवाई करते समय कुछ सेटिंग में बदलाव करना जरूरी है। जैसे कि पौधों से पौधों की दूरी का ध्यान रखें। दो पौधों के बीच की दूरी लगभग 5 सेंटीमीटर और दो कतारों के बीच की दूरी 20 सेंटीमीटर रखें।
- बीज की गहराई- बीज की गहराई 4 से 5 सेंटीमीटर तक रखें। बहुत ज्यादा गहराई या बहुत ऊपर बुवाई करने से अंकुरण पर असर पड़ सकता है। इस लिए यह भी जरूरी है।
- बीज उपचार करना ना भूलें- बुवाई से पहले बीज का उपचार जरूर करें। इससे फफूंद और मृदा जनित रोग नहीं लगेंगे। उपचारित बीज से पौधे स्वस्थ रहते हैं और फसल की बढ़वार अच्छी होती है।
पौधों की सही दूरी बनाए रखें, बीजों को सही दूरी पर बोने से उनका विकास अच्छे से होता है, जिससे उत्पादन भी अधिक मिलता है।
गेहूं बुवाई के लिए उपयोगी मशीनें
अगर मशीनों की बात करें तो सीड ड्रिल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे खाद और बीज दोनों एक साथ डाले जाते हैं। इसके अलावा सुपर सीडर और हैप्पी सीडर जैसी मशीनों का उपयोग भी किसान गेहूं की बुवाई के लिए कर सकते हैं। इससे धान की पराली को खेत में मिलाते हुए गेहूं की बुवाई की जा सकती है, जिससे पराली जलाने की झंझट भी नहीं आएगी।

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