कर्नाटक की महिला किसान प्रेमा चिया सीड्स की खेती से लाखों में कमा रही है। आइए जानते हैं उनकी सफलता की कहानी।
कौन है प्रेमा
प्रेमा कर्नाटक के एच.डी. कोटे तालुक की एक आदिवासी महिला हैं। पहले वो नागरहोल जंगल की चीजों पर निर्भर करती थीं पर राज्य सरकार ने उन्हें नागरहोल जंगल से सोल्लेपुरा आरक्षित जंगल में भेज दिया, जिसके बाद उनको बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ा। फिर गुजारा चलाने के लिए उन्होंने खेती करने की सोची। जब उन्होंने खेती करने की सोची तब उनके पास खेती करने का कोई अनुभव नहीं था। खेती सीखने के लिए उन्होंने JSS कृषि विज्ञान केंद्र और ऑर्गेनिक कृषि केंद्र से प्रशिक्षण लिया। खेती की शुरुआत में उन्होंने 3 एकड़ जमीन में रागी, मक्का, कपास जैसी फसलें उगानी शुरू कीं। पर उससे उन्हें कोई खास आमदनी नहीं हो रही थी। जिसके बाद उन्होंने चिया सीड्स की खेती करने की सोची।
चिया सीड्स की खेती की शुरुआत कैसे की
चिया सीड्स की खेती के बारे में उन्हें केवीके द्वारा आयोजित एक प्रशिक्षण कोर्स के वीडियो से पता चला। जिससे उन्हें यह पता चला कि चिया की फसल से अच्छी आमदनी हो सकती है। जिसके बाद उन्होंने चिया सीड्स की खेती करने की सोची।
चिया सीड्स को सुपरफूड बोलते हैं क्योंकि ये स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन, कैल्शियम और मैग्नीशियम पाया जाता है जो कि हमारे शरीर के स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़रूरी है।
इसकी खेती में उपजाऊ मिट्टी की ज़रूरत नहीं होती और ये कम पानी में भी हो जाती है। ये बिल्कुल ऐसे उगाया जाता है जैसे रागी की फसल उगाते हैं। वो इस फसल को सितंबर और अक्टूबर में लगाती हैं जिससे लगभग 40 दिन के अंदर इसके फूल आने शुरू हो जाते हैं।
पहले वो 20 हज़ार तक कमाती थीं और अब लाखों में कमा रही हैं
पहले जब वो कपास की खेती करती थीं तब उनको प्रति हेक्टेयर 20 हज़ार रुपए की आमदनी होती थी पर उसी जमीन से उन्हें अब 1 लाख 20 हज़ार तक की आमदनी हो रही है। अपनी इस सफलता से वो दूसरों को भी चिया सीड्स की खेती करना सिखा रही हैं। अभी तक उन्होंने बहुत सारे किसानों को इसकी खेती करने का प्रशिक्षण दिया है।
उनकी इस नई जगह पर नई चुनौतियों से लड़कर नई फसल की खेती में सफल होना दूसरे किसानों को भी नई फसल को चुनकर उस पर खेती करने का हिम्मत देता है।
नमस्कार! मैं पल्लवी मिश्रा, मैं मंडी भाव से जुड़ी ताज़ा खबरें लिखती हूं। मेरी कोशिश रहती है कि किसान भाइयों को सही और काम की जानकारी मिले। ताकि आप अपनी फसल सही दाम पर बेच सकें। हर दिन के मंडी भाव जानने के लिए KhetiTalks.com से जुड़े रहिए।












