1 लाख 76 हजार किसानों के 2 लाख रुपए तक के कृषि ऋण माफ किया जाएगा
कृषि क्षेत्र भारत की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख स्तंभ है और किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए सरकार द्वारा समय-समय पर विभिन्न योजनाएँ और नीतियाँ लागू की जाती हैं। हाल ही में किसानों को एक बड़ी राहत के रूप में 1 लाख 76 हजार किसानों के 2 लाख रुपए तक के कृषि ऋण माफ किए गए हैं। इस बात की घोषणा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा 26 सितंबर 2024 को किया गया यह कदम किसानों को वित्तीय संकट से उबारने और उनके कर्ज के बोझ को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस घोषणा से न केवल किसानों को तुरंत राहत मिलेगी बल्कि दीर्घकालिक रूप से ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
किसानों को राहत देने के लिए कर्ज माफी की घोषणा की गई है
झारखंड के मुख्यमंत्री के द्वारा कहा गया है कि किसानों के समाचार कई प्रकार की चुनौतियां होती हैं ऐसे में किसानों को आर्थिक बोझ से मुक्ति देने के उद्देश्य से राज्य में किसान कर्ज माफी की घोषणा की गई है जिसके तहत जिंदगी किसानों ने बैंक से ₹200000 तक का लोन लिया है उनके कर्ज को माफ कर दिया जाएगा ताकि उनका आर्थिक संकट से बचाया जा सके जैसा कि आप लोगों को मालूम है कि हमारे देश में किसानों की स्थिति क्या है हम सभी लोगों को मालूम है इसलिए किसान के कर्ज को माफ कर कर किसानों को आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जाएगा और कृषि के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव भी लाया जाएगा
राज्य के मुख्यमंत्री ने कहा के खेत किसानों के लिए बैंक और खलिहान एटीएम
राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा कहा गया है कि किसानों को कई प्रकार के आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार प्राकृतिक आपदा के कारण उनके फसल बर्बाद हो जाते है। जिसके कारण उनको काफी भारी नुकसान का सामना भी करना पड़ता है। ऐसे में किसानों ने जो बैंक से लोन लिया है। उनको माफ कर किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाया जाएगा। ताकि किसान आर्थिक बोझ से दबकर आत्महत्या ना करेंगे क्योंकि किसानों के लिए खेत बैंक की तरह और खलियान एटीएम है।
झारखंड के मिट्टी कई प्रकार के फसलों के लिए उपयुक्त है
राज्य के मुख्यमंत्री के द्वारा कहा गया कि किसानों को कई प्रकार के फसलों की खेती कैसे की जाएगी उसे संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा क्योंकि झारखंड का भौगोलिक स्थिति खेती के बिल्कुल अनुकूल है और यहां पर कई प्रकार की फैसले की पैदावार अच्छी की जा सकती है परंतु इसके लिए किसानों को कृषि संबंधित परीक्षण किया जाएगा इसके लिए राज्य में विशेष कृषि नीति बनाई जाएगी जिसका लाभ किसानों को दिया जाएगा
झारखंड किसान कर्ज माफी का प्रमुख उद्देश्य
भारत में कृषि एक मुख्य व्यवसाय है और देश की जनसंख्या का बड़ा हिस्सा खेती पर निर्भर है। हालांकि, कृषि में कई प्रकार की जरूरत होती है जिसे पूरा करने के लिए कई बार कर्ज लेना पड़ता है। मौसम की अनिश्चितता, बाढ़, सूखा, फसल की असफलता और बाजार में कम मूल्य की वजह से किसानों पर कर्ज का बोझ बढ़ जाता है। ऐसे में, कृषि ऋण माफी एक आवश्यक कदम बन जाता है जिससे किसानों को राहत मिल सके और वे अपनी आर्थिक स्थिति को दोबारा से मजबूत कर सकेंगे
कृषि ऋण माफी का उद्देश्य न केवल कर्ज से प्रभावित किसानों को सहायता प्रदान करना है बल्कि उनके आत्मविश्वास को पुनर्जीवित करना और खेती में फिर से नई ऊर्जा के साथ काम करने के लिए प्रोत्साहित करना भी है। इससे किसानों को यह विश्वास मिलेगा कि सरकार उनकी समस्याओं को समझती है और उनके आर्थिक संकट को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए ही राज्य में किसान कर्ज माफी योजना की घोषणा सरकार के माध्यम से की गई है