इस फसल की डिमांड मार्केट खूब अधिक मात्रा में होती है इसकी खेती में लागत बेहद कम आती है और मुनाफा जबरदस्त देखने को मिलता है तो चलिए जानते है कौन सी फसल की खेती है।
इस फसल की खेती से दूर होगी किसानों की टेंशन
मक्के की इस वैरायटी की खेती बहुत लाभकारी और मुनाफे की होती है इसकी खेती में ज्यादा खर्चा नहीं आता और कम दिनों में पूरी हो जाती है इसकी मांग देश विदेशों में भी बहुत ज्यादा होती है इसका स्वाद खाने में बहुत ज्यादा अच्छा स्वादिष्ट होता है इसलिए लोग इसका सेवन करना काफी ज्यादा मात्रा में पसंद करते है। आप मक्के की इस वैरायटी की खेती से बहुत शानदार कमाई कर सकते है। हम बात कर रहे है बेबी कॉर्न की खेती की बेबी कॉर्न की खेती किसानों के लिए बहुत फायदे की है तो चलिए इसकी खेती के बारे में जानते है।

बेबी कॉर्न की खेती
बेबी कॉर्न की खेती बहुत फ़ायदेमदं होती है बेबी कॉर्न की खेती के लिए पर्याप्त जीवांश युक्त जल निकासी वाली दोमट मिट्टी अच्छी होती है। मिट्टी का पीएच मान 6-7 के बीच होना चाहिए। इसकी बुवाई मेड बनाकर करनी चाहिए मेड़ से मेड़ और पौधे से पौधे की दूरी 60 सेंटीमीटर x 15 सेंटीमीटर रखनी चाहिए। इसके पौधे बीज के माध्यम से लगाए जाते है इसके बीज आपको बाजार में आसानी से मिल जाएंगे। बेबी कॉर्न की खेती में गोबर की खाद का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। बुवाई के बाद बेबी कॉर्न की फसल करीब 90 दिनों में तैयार हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
बेबी कॉर्न की खेती से बहुत जबरदस्त कमाई देखने को मिलती है क्योकि बेबी कॉर्न की डिमांड 5 स्टार होटल से लेकर बाजार हाट में भी खूब होती है एक एकड़ में बेबी कॉर्न की खेती करने से करीब 25 से 30 क्विंटल तक पैदावार हो सकती है। आप इसकी खेती से करीब 2.5 से 3 लाख रूपए की कमाई आराम से कर सकते है। बेबी कॉर्न को शिशु मक्का भी कहा जाता है और बेबी कॉर्न की एक साल में 3-4 फ़सलें उगाई जा सकती है इसकी खेती बहुत लाभकारी साबित होती है।