सिर्फ 6 महीने की मेहनत और लाखों में तगड़ी कमाई, इस फल खेती से मुनाफा हो जायेगा डबल-ट्रिपल, जाने इसकी खेती कैसे होती है।
सिर्फ 6 महीने की मेहनत और लाखों में तगड़ी कमाई
इस फल की खेती बहुत फायदेमंद होती है आमतौर पर सारी खेती खेतों में की जाती है लेकिन इस फल की खेती तालाब में होती है ये फल खाने में भी बहुत ज्यादा स्वादिष्ट होता है। इसकी डिमांड दीपावली के समय बाजार में बहुत ज्यादा अधिक देखने को मिलती है। इस फल का आटा भी बनता है जो सेहत के लिए बहुत गुणकारी साबित है। हम बात कर रहे है सिंघाड़ा की खेती की सिंघाड़ा बहुत लाभकारी फल होता है। तो चलिए जानते है सिंघाड़ा की खेती कैसे होती है।
सिंघाड़ा की खेती
अगर आप सिंघाड़ा की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती से सम्बंधित जानकारी होनी चाहिए। जिससे जब आप इसकी खेती करे तो आपको कोई परेशानी का सामना न करना पड़े। सिंघाड़े की बुआई का सही समय जून-जुलाई होता है। सिंघाड़ा की खेती आमतौर पर छोटे तालाबों, पोखरों में सिंघाड़े का बीज बोया जाता है। सिंघाड़े की खेती के लिए ज़्यादा पानी की ज़रूरत होती है। इसकी खेती के लिए पौध रोपण से पहले प्रति हेक्टेयर के हिसाब से गोबर की या जैविक खाद डालनी चाहिए। सिंघाड़े की फसल से जून से दिसंबर के बीच छह महीने में तैयार हो जाती है।
कितना होगा मुनाफा
अगर आप सिंघाड़ा की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत तगड़ा मुनाफा देखने को मिलेगा। सिंघाड़ा बहुत फायदेमंद फल होता है। इसकी डिमांड बाजार में बहुत ज्यादा होती है सिंघाड़े की खेती से आप 2-3 लाख रूपए प्रति हेक्टेयर तक का मुनाफ़ा कमा सकते है। सिंघाड़े की कीमत आमतौर पर 1,400-1,600 रूपए प्रति क्विंटल होती है। सिंघाड़े का आटा भी बाजार में बहुत अधिक बिकता है।